आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
पुरी पुलिस ने सोमवार को श्री जगन्नाथ मंदिर के सेवक बनकर श्रद्धालुओं से वसूली करने के आरोप में 12 लोगों को गिरफ्तार किया.
आरोपियों की उम्र 20 से 51 वर्ष के बीच है. आरोपियों को बड़ाडंडा (ग्रांड रोड) और परिक्रमा मार्ग से सेवकों की वेशभूषा में श्रद्धालुओं को ठगते हुए पकड़ा गया.
पुलिस ने बताया कि यह गिरोह कई महीनों से सक्रिय था और मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल, गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश के तीर्थयात्रियों को निशाना बनाता था.
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में पुरी पुलिस ने कहा कि उन्होंने ‘‘बड़ाडंडा और परिक्रमा मार्ग पर मंदिर का सेवक बनकर श्रद्धालुओं से वसूली करने के आरोप में 12 लोगों को गिरफ्तार किया है.’
पुलिस ने इन नकली सेवकों के पास से 14 मोबाइल फोन और 20,000 रुपये नकद जब्त किए हैं.
श्रद्धालुओं द्वारा सेवकों के एक वर्ग द्वारा परेशान किए जाने की शिकायत के बाद पुलिस हरकत में आई थी.
आरोपियों की पहचान प्रदीप कुमार बेहेरा (24), बलराम बड़पंडा (22), महिमा प्रसाद बराल (27), मनोरंजन साहू (32), जगन्नाथ दास (36), अर्जुन प्रस्टी (33), जगन्नाथ मिश्रा (27), महेश्वर दास (34), संतोष राउत (20), सोनू दास (23), प्रदीप कुमार त्रिपाठी (51) और सागर रथ (23) के रूप में हुई, जो पुरी शहर के निवासी हैं.
पुलिस ने कहा कि आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.