सोशल मीडिया पर अज्ञात लोगों ने उत्तरकाशी डीएम की फर्जी प्रोफाइल बनाई, प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 11-08-2025
Fake profiles of Uttarkashi DM created by unknown persons on social media; Admin issues alert
Fake profiles of Uttarkashi DM created by unknown persons on social media; Admin issues alert

 

उत्तरकाशी (उत्तराखंड)
 
उत्तरकाशी ज़िला प्रशासन ने ज़िले के निवासियों को सचेत किया है कि कुछ अज्ञात व्यक्ति सोशल मीडिया, खासकर फ़ेसबुक पर ज़िलाधिकारी प्रशांत आर्य के नाम से मिलते-जुलते फ़र्ज़ी प्रोफ़ाइल बनाकर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज रहे हैं।
 
ज़िलाधिकारी प्रशांत आर्य ने सभी नागरिकों से अनुरोध किया है कि अगर उन्हें ज़िलाधिकारी के नाम से ऐसी कोई फ्रेंड रिक्वेस्ट मिले या कोई व्यक्ति पैसे की माँग करे, तो उस पर किसी भी तरह की प्रतिक्रिया न दें। ऐसी फ़र्ज़ी गतिविधियों में शामिल लोगों के ख़िलाफ़ कड़ी क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी।
 
5 अगस्त को उत्तरकाशी के धराली में विनाशकारी बाढ़ आई थी, जिससे जान-माल का भारी नुकसान हुआ था। ज़िले में राहत अभियान अभी भी जारी है।
 
उत्तरकाशी के पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने रविवार को उत्तरकाशी के धराली और हर्षिल क्षेत्रों में आई प्राकृतिक आपदा के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशन में चलाए जा रहे राहत और बचाव कार्यों के पहले चरण की समीक्षा की।
 
डीजीपी सेठ ने देहरादून स्थित पुलिस मुख्यालय में आगामी कार्ययोजना की उच्चस्तरीय समीक्षा की। बैठक में उत्तरकाशी जिले में राहत एवं बचाव कार्यों के प्रभावी संचालन के लिए भेजे गए पुलिस की विभिन्न शाखाओं - एसडीआरएफ, अग्निशमन सेवा, पीएसी, दूरसंचार आदि के सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और टीम लीडर शामिल हुए।
बैठक के दौरान, डीजीपी ने सभी अधिकारियों - एडीजी एल/ओ, आईजी पीएसी, आईजी एसडीआरएफ, आईजी दूरसंचार, आईजी अग्निशमन, आईजी एल/ओ, आईजी एसडीआरएफ, आईजी गढ़वाल रेंज, डीआईजी एल/ओ आदि से राहत एवं बचाव कार्यों की अद्यतन जानकारी ली और घटनास्थल पर कार्यरत बलों द्वारा अब तक किए गए प्रयासों की सराहना की।
 
बैठक में कार्ययोजना के दूसरे चरण पर विस्तार से चर्चा की गई और निर्णय लिया गया कि राहत एवं बचाव के दूसरे चरण में खोज एवं बचाव अभियान पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
 
मशीनों और राहत सामग्री की सुगम आवाजाही के लिए उत्तरकाशी को हर्षिल से जोड़ने वाले पुल का पुनर्निर्माण किया गया है।