नई दिल्ली
विश्व हिंदू परिषद (VHP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा पर गंभीर चिंता जताते हुए अंतरराष्ट्रीय संगठनों, विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र (UN), से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की है। शुक्रवार को ANI से बातचीत में उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में राजनीतिक घटनाक्रम और आम चुनावों से पहले दिखाई दे रही हिंसा पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर चेतावनी है।
विनोद बंसल ने कहा, “जिस तरह वहां राजनीतिक हालात बदले हैं और चुनावों से पहले ही हिंसा सामने आ रही है, वह बेहद चिंताजनक है। मेरा मानना है कि संयुक्त राष्ट्र को इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए।” उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संस्थाओं ने बांग्लादेश को लेकर कोई नोटिस जारी किया है या कोई ठोस कार्रवाई की है।
VHP प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि बांग्लादेश में इस्लामिक कट्टरपंथी तत्व बंगाली संस्कृति को समाप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “बंगाल की संस्कृति को पूरी तरह नष्ट और खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है, जो बेहद गंभीर मामला है।”
हाल के दिनों में बांग्लादेश में दो हिंदुओं—दीपू चंद्र दास और अमृत मंडल—की हत्या की घटनाओं ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। स्थानीय अखबार द डेली स्टार के अनुसार, अमृत मंडल उर्फ सम्राट की बुधवार रात राजबाड़ी जिले के पांग्शा उपजिला क्षेत्र में कथित वसूली के आरोप में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इससे कुछ दिन पहले मयमनसिंह जिले में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की भी भीड़ द्वारा पीटकर हत्या और शव जलाने की घटना सामने आई थी।
इस मुद्दे पर राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के नेता मलूक नागर ने भी प्रतिक्रिया दी और बांग्लादेशी हिंदुओं के खिलाफ हिंसा के विरोध में एकजुट होने की अपील की। उन्होंने कहा कि देशवासियों को इस मुद्दे पर एकजुट होकर कड़ा विरोध दर्ज कराना चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की त्रासद घटनाओं का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि भारत ने हाल ही में एक सप्ताह के भीतर दूसरी बार बांग्लादेश के उच्चायुक्त को तलब किया है, जिससे दोनों देशों के संबंधों में बढ़ते तनाव के संकेत मिलते हैं।






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