“हर कश्मीरी मुसलमान को शक की निगाह से न देखें” : मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 18-11-2025
"Don't look at every Kashmiri Muslim with suspicion": Chief Minister Omar Abdullah

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को संदेश दिया कि आतंकवाद की घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था और कार्रवाई आवश्यक है, लेकिन इसके नाम पर बेगुनाह लोगों को संदेह के दायरे में लाना किसी भी तरह उचित नहीं है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि "हर कश्मीरी मुसलमान को शक की निगाह से देखना गलत है" और यह मानसिकता बदलनी चाहिए।
 
उमर अब्दुल्ला नौगाम थाने में हुए दुर्घटनावश विस्फोट में घायल लोगों से मिलने और मृतकों के परिजनों को सांत्वना देने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों हुई घटनाओं, खासकर दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट में दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर की पूरी आबादी को आतंकवाद का समर्थक मानना न केवल अन्याय है, बल्कि सामाजिक तनाव को भी बढ़ाता है।
दिल्ली विस्फोट की घटना में जिस कार का उपयोग हुआ, उसे कश्मीर के पुलवामा निवासी एक डॉक्टर चला रहा था। इस विस्फोट में 15 लोगों की मौत और कई घायल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस "सफेदपोश" मॉड्यूल में शामिल लोग गिरफ्तार किए जाएं और उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई हो, लेकिन उन लोगों को परेशान न किया जाए जिनका आतंकवाद से कोई संबंध नहीं है और जिन्होंने हमेशा हिंसा के खिलाफ आवाज उठाई है।
 
उमर अब्दुल्ला ने बताया कि उन्होंने हाल ही में उत्तरी क्षेत्र के मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में भी यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि जम्मू-कश्मीर के नागरिकों, विशेष रूप से मुसलमानों के प्रति संदेह की दृष्टि को समाप्त किया जाए। उन्होंने उम्मीद जताई कि केंद्र उनके इस संदेश पर गंभीरता से विचार करेगा।
 
नौगाम विस्फोट को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक का यहां पहुंचना गहरी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि जांच जारी है और जनता को जल्द ही सारे सवालों के स्पष्ट जवाब मिलेंगे। मृतकों के परिवारों को सरकार द्वारा राहत राशि देने की घोषणा की जा चुकी है। विस्फोट में मारे गए मोहम्मद शफी पार्रे के परिजनों को नौकरी देने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि “उन्हें अवश्य नौकरी मिलनी चाहिए।” अस्पताल में घायलों से मिलकर मुख्यमंत्री ने उनकी चिकित्सा व्यवस्था का जायजा लिया और डॉक्टरों से जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए।