बेंगलुरु
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने अपनी लग्जरी घड़ियों को लेकर उठे विवाद पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी घड़ियों के बारे में लोकायुक्त और सभी संबंधित अधिकारियों को सही जानकारी दी है, और यदि यह साबित हो जाए कि उन्होंने कोई झूठ बोला है तो वे तत्काल इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने चुनौती देते हुए पूछा—“अगर मैं गलत निकला तो इस्तीफा दूंगा, लेकिन अगर नारायणस्वामी गलत निकले तो क्या वह भी इस्तीफा देंगे?”
पत्रकारों से बात करते हुए शिवकुमार ने कहा,
“मैंने अपनी सभी घड़ियों की जानकारी लोकायुक्त को दी है। अगर जानकारी गलत निकलती है तो मैं आज ही इस्तीफा दे दूंगा। लेकिन अगर सच मेरे पक्ष में निकला तो क्या नारायणस्वामी इस्तीफा देंगे?”
“नारायणस्वामी को अनुभव की कमी है”
बीजेपी एमएलसी नारायणस्वामी ने आरोप लगाया था कि शिवकुमार ने अपनी महंगी घड़ियों को न तो खरीदा था और न ही सही ढंग से अपने हलफनामों में दर्ज किया था। इस पर शिवकुमार ने कहा,
“नारायणस्वामी को अभी अनुभव नहीं है। किसी भी बात पर टिप्पणी करने के लिए सामान्य समझ भी होनी चाहिए। केवल सुर्खियों में आने के लिए बोलना जिम्मेदाराना व्यवहार नहीं है। मैंने सभी विवरण लोकायुक्त को सौंप दिए हैं—वे चाहें तो जाकर जांच कर सकते हैं।”
हलफनामों को लेकर नारायणस्वामी के सवाल पर उन्होंने जवाब दिया,
“उन्हें पता ही क्या है? मैंने 2025 के हलफनामे में भी अपनी घड़ी का ज़िक्र किया है।”
“मैंने चोरी नहीं की; लेकिन अगर वह कहते हैं तो…”
जब उनसे पूछा गया कि नारायणस्वामी क्यों कह रहे हैं कि घड़ी चोरी की है, तो शिवकुमार ने व्यंग्य करते हुए कहा,
“हाँ, मैं ही उनके घर से चोरी करके लाया हूँ!”
उन्होंने आगे कहा कि वे विधानसभा सत्र में भी इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं।
“अगर वह चाहें तो इस विषय पर संसद में, विधानसभा में या पूरे देश के सामने बहस कर सकते हैं। मुझे उन्हें कुछ साबित करने की ज़रूरत नहीं है, लेकिन उन्होंने आरोप लगाया था कि मैंने चोरी की है—इसलिए दस्तावेज़ सामने रखने पड़े।”
शिवकुमार ने एक्स पर डाली लोकायुक्त को दी गई जानकारी
उपमुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपना हलफनामा साझा किया और लिखा,
“मैं और सिद्धारमैया—हम सबको अपनी पसंद की घड़ी पहनने का अधिकार है। लेकिन सार्वजनिक पद पर रहते हुए बयानबाज़ी की मर्यादा भी होनी चाहिए।”
“बीजेपी को कुछ पता नहीं”
एक दिन पहले भी शिवकुमार ने कहा था कि उन्होंने अपनी सभी महंगी घड़ियों—यहां तक कि रोलैक्स—का विवरण पारदर्शिता के साथ दिया है।
“मैंने पैसे देकर घड़ियाँ खरीदी हैं। जो भी जानकारी देनी थी, मैंने साफ-साफ दी है। मुझे नारायणस्वामी से कुछ सीखने की जरूरत नहीं,” उन्होंने कहा।
विवाद के लगातार बढ़ते गर्म माहौल में शिवकुमार का यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है।






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