आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन ने रविवार को कहा कि भारत की असली ताकत ‘‘धर्म’’ की वह अवधारणा है जिसने भाषाई विविधता के बावजूद देश को एक सूत्र में पिरोए रखा है,
उन्होंने यह बात पटना में आयोजित अंतरराष्ट्रीय साहित्य महोत्सव ‘उन्मेष’ के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कही।
राधाकृष्णन ने कहा, ‘‘यूरोप के एक महानुभाव ने मुझसे पूछा कि भारत बिना किसी एक भाषा के कैसे एकजुट रह पाता है। मैंने उत्तर दिया कि यहां के लोग भले ही अलग-अलग भाषाओं में बोलते हैं, लेकिन वे धर्म की अवधारणा के माध्यम से एकजुट रहते हैं।’’
उपराष्ट्रपति बनने के बाद राधाकृष्णन का बिहार का पहला यह दौरा है। पटना हवाई अड्डे पर उनका स्वागत राज्यपाल अरिफ मोहम्मद खान और उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने किया।
समारोह में अपने संबोधन के दौरान राधाकृष्णन ने राज्यपाल खान को ‘‘पुराना मित्र’’ बताया और कहा कि दोनों सांसद रहते हुए भी साथ काम कर चुके हैं।