Delhi's air quality is 'very poor', and the city is engulfed in fog and smog.
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी बृहस्पतिवार की सुबह प्रदूषण के कारण धुंध और कोहरे की चादर में लिपटी रही। पिछले कुछ दिन से शहर में 'खराब' श्रेणी में बनी हुई वायु गुणवत्ता और नीचे गिरकर 'बेहद खराब' श्रेणी में पहुंच गई है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 357 दर्ज किया गया जो एक दिन पहले 279 था।
वायु गुणवत्ता में गिरावट के साथ ही शहर के कई हिस्सों में दृश्यता भी कम हो गई।
दिल्ली के लिए वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के अनुसार कि शहर का 'वेंटिलेशन इंडेक्स' 6,000 वर्ग मीटर प्रति सेकंड के अनुकूल स्तर से नीचे बना हुआ है। यह सूचकांक प्रदूषकों को फैलाने की वायुमंडलीय क्षमता को इंगित करता है।
‘वेंटिलेशन इंडेक्स’ के अनुसार 10 किलोमीटर प्रति घंटे से कम रफ्तार की कमजोर हवाओं और घने कोहरे ने प्रदूषकों को छंटने से रोक दिया है, जिसके कारण आसमान में धुंध छा गई है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सुबह 7:30 बजे पालम में 1,000 मीटर और सफदरजंग में 800 मीटर की दृश्यता दर्ज की। दोनों ही स्थानों पर हवा की स्थिति शांत बनी रही।
कर्तव्य पथ, आनंद विहार, बुराड़ी और अक्षरधाम जैसे इलाके सुबह के शुरुआती घंटों में कोहरे से ढके रहे।
सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, विवेक विहार और आनंद विहार में वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गई, जहां एक्यूआई क्रमशः 415 और 408 दर्ज किया गया है। दिल्ली के कुल 33 निगरानी केंद्रों ने वायु गुणवत्ता 300 से अधिक दर्ज की जोकि 'बेहद खराब' श्रेणी में आती है।
सीपीसीबी के वर्गीकरण के अनुसार, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 को 'संतोषजनक', 101 से 200 को 'मध्यम', 201 से 300 को 'खराब', 301 से 400 को 'बेहद खराब' और 401 से 500 को 'गंभीर' माना जाता है।