झारखंड के सीएम सोरेन की भाभी सीता सोरेन पर जानलेवा हमला, पूर्व पीए ने की फायरिंग की कोशिश, गिरफ्तार

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 07-03-2025
Deadly attack on Sita Soren, sister-in-law of Jharkhand CM Soren, former PA tried to fire, arrested
Deadly attack on Sita Soren, sister-in-law of Jharkhand CM Soren, former PA tried to fire, arrested

 

रांची. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता सीता सोरेन पर जानलेवा हमला हुआ है. जानकारी के मुताबिक, उन पर यह हमला उनके पूर्व पीए देवाशीष घोष ने किया है.

बताया जा रहा है कि सीता सोरेन पर हमला उस वक्त हुआ जब वह सरायढेला थाना क्षेत्र में एक शादी समारोह में शामिल होने जा रही थीं. राहत की बात यह रही कि वक्त रहते ही सुरक्षाकर्मियों की सूझबूझ ने सीता सोरेन पर हमला होने से बचा लिया और देवाशीष घोष को पकड़ लिया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है.

जानकारी के अनुसार, झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन की बहू सीता सोरेन गुरुवार को सरायढेला थाना क्षेत्र में एक शादी समारोह में शामिल होने गई थीं. इस दौरान वह एक होटल में रुकीं. जब वह होटल के कमरे में गईं, तो वहां पहले से मौजूद देवाशीष ने उन पर पिस्टल से फायर करने की कोशिश की. लेकिन, इससे पहले सीता सोरेन के सुरक्षा गार्ड ने उसे पकड़ लिया. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई. जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और होटल से दो पिस्टल बरामद किए.

डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर नौशाद आलम ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि प्रथम दृष्टया पता चला है कि पिछले विधानसभा चुनाव में फंड को लेकर चर्चा हो रही थी. उसी को लेकर कहासुनी हो गई. जिसके बाद देवाशीष घोष ने सीता सोरेन पर हथियार तान दिया.

उन्होंने बताया कि पूर्व पीए देवाशीष अपने साथ देशी पिस्टल रखता था. पूर्व विधायक एक शादी समारोह से आई थीं. उनकी गाड़ी पूर्व पीए चला रहा था. गाड़ी में उनके साथ मौजूद कार्यकर्ताओं को पता था कि देवाशीष के पास पिस्टल है. मामले की जांच की जा रही है और सख्त कार्रवाई की जाएगी.

झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने भाजपा नेता सीता सोरेन पर हुए हमले को लेकर मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमें लगता है कि सीता सोरेन जो हैं, वह गलत हाथों में हैं, उनके आसपास के लोग सही नहीं हैं. मैं इस पर टिप्पणी नहीं करूंगा, मामला जानने के बाद ही कुछ कहूंगा. हमारी सरकार सबकी जानमाल की रक्षा करने के लिए खड़ी है. राज्य में कानून-व्यवस्था दुरुस्त है. यह रघुवर दास की सरकार नहीं है, जहां खुलेआम मॉब लिंचिंग हुआ करता था.