आवाज द वॉयस / नई दिल्ली
एनएसए अजीत डोभाल ने कहा कि क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने में सीएससी की महत्वपूर्ण भूमिका है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने बातें कोलंबो सुरक्षा कॉन्क्लेव (सीएससी) की छठी एनएसए स्तर की बैठक में मॉरीशस में कहीं.
कॉन्क्लेव में भारत, श्रीलंका, मॉरीशस और मालदीव भाग ले रहे हैं. इसका उद्देश्य समुद्री सुरक्षा जैसे सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों पर काम करना है. आतंकवाद का मुकाबला, तस्करी, साइबर सुरक्षा, मानवीय सहायता और आपदा राहत जैसे अहमद मुद्दों पर चर्चा की जा रही है.
जुलाई 2023 में मालदीव ने सीएससी की 7 वीं डिप्टी एनएसए स्तर की वर्चुअल बैठक की मेजबानी की थी, जहां बांग्लादेश ने पर्यवेक्षक रूप में भाग लिया था. भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व डिप्टी एनएसए विक्रम मिस्री ने किया था, जबकि मालदीव प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व ऐशनाथ नूशिन वहीद ने.
भारत, मॉरीशस और श्रीलंका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के साथ सेशेल्स और बांग्लादेश के प्रतिनिधियों ने आज मॉरीशस में कोलंबो सुरक्षा कॉन्क्लेव (सीएससी) की छठी एनएसए-स्तरीय बैठक में भाग लिया भारत, मॉरीशस और श्रीलंका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के साथ सेशेल्स और बांग्लादेश के प्रतिनिधियों ने मॉरीशस में कोलंबो सुरक्षा कॉन्क्लेव (सीएससी) की छठी एनएसए-स्तरीय बैठक में भाग लिया.
अपने बयान में, एनएसए अजीत डोभाल ने क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने में सीएससी की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया और सहयोग के विभिन्न स्तंभों के तहत निरंतर जुड़ाव के महत्व पर प्रकाश डाला.