जम्मू
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को आश्वस्त किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं चिसोटी (किश्तवाड़) बादल फटने की घटना पर नज़र रखे हुए हैं और केंद्र सरकार प्रभावित लोगों को राहत व पुनर्वास उपलब्ध कराने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र न केवल तुरंत मदद देगा, बल्कि लंबे समय तक ढांचागत विकास और आपदा प्रबंधन की तैयारी भी सुनिश्चित करेगा।
रक्षा मंत्री एक दिवसीय दौरे पर जम्मू पहुंचे। उनका कार्यक्रम किश्तवाड़ जाने का था, लेकिन खराब मौसम के चलते वे वहां नहीं जा सके। इसके बावजूद उन्होंने सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) जम्मू में भर्ती घायलों से मुलाकात की और उनकी स्थिति के बारे में डॉक्टरों से जानकारी ली।
डॉ. अशुतोष गुप्ता (जीएमसी प्राचार्य) की अगुवाई में डॉक्टरों की टीम ने सभी मरीजों की स्थिति की जानकारी दी। राजनाथ सिंह ने प्रत्येक घायल से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर उनके इलाज और स्वास्थ्य की जानकारी ली।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा,“प्रधानमंत्री जी इस घटना को लेकर बहुत चिंतित हैं और लगातार स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं। मैं खुद हालात का जायजा लेने आया हूँ। मौसम खराब होने और सड़क पर भूस्खलन की वजह से मैं चिसोटी नहीं जा पाया। लेकिन यहाँ अस्पताल में घायलों से मिला। सभी घायलों की हालत अब स्थिर है और वे स्वस्थ हो रहे हैं। डॉक्टरों ने बड़ी निष्ठा और संवेदनशीलता से इलाज किया है।”
इसके बाद राजनाथ सिंह राजभवन जम्मू पहुंचे, जहाँ उन्होंने राज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और सेना व पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। इस दौरान उन्होंने चिसोटी के प्रभावित लोगों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संवाद भी किया।
बैठक में रक्षा मंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि राहत कार्यों में कोई ढिलाई नहीं होनी चाहिए और हर प्रभावित परिवार को सरकार का सहयोग महसूस होना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार तत्काल राहत देने के साथ-साथ भविष्य के लिए स्थायी विकास और आपदा से निपटने की तैयारी भी सुनिश्चित करेगी।
राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर भी अपनी यात्रा की जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा:“खराब मौसम के कारण आज मैं किश्तवाड़ के बादल फटने से प्रभावित इलाकों में नहीं जा सका। जम्मू से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हालात की समीक्षा की। राज्य प्रशासन, सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस संकट में उत्कृष्ट कार्य किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार प्रभावित लोगों को राहत और पुनर्वास उपलब्ध कराने में कोई कमी नहीं छोड़ेगी।”
उन्होंने एक अन्य पोस्ट में लिखा:“जीएमसी जम्मू में जाकर चिसोटी आपदा में घायल लोगों से मिला। सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ। इस दौरान जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा और केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह भी मेरे साथ थे।”रक्षा मंत्री शाम को वापस दिल्ली लौट गए।