Attack on Chief Justice is indicative of growing atmosphere of hatred in the country: Former Chief Minister Ashok Gehlot
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक वकील द्वारा सोमवार को अदालती कार्यवाही के दौरान भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) बीआर गवई की तरफ जूता फेंकने के कथित प्रयास को बेहद निंदनीय बताते हुए कहा कि यह देश में बढ़ते नफरत के माहौल का द्योतक है।
गहलोत ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि उच्चतम न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति बीआर गवई पर किया गया हमला बेहद निंदनीय भी है और साथ ही देश में बढ़ते नफरत के माहौल का द्योतक भी है।
उन्होंने लिखा, “जब मौजूदा प्रधान न्यायाधीश इस तरह के हमले के शिकार हो सकते हैं तो देश के कमजोर वर्गों, दलितों के साथ क्या हो रहा होगा यह कल्पना की जा सकती है।”
पूर्व मुख्यमंत्री के अनुसार, कांग्रेस पार्टी ये बात लगातार कह रही है कि संविधान और संवैधानिक संस्थाएं देश में योजनाबद्ध तरीके से कमजोर की जा रही हैं, उच्चतम न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश पर इस शर्मनाक हमले को इसी रूप में देखा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, “ नफरती विचारधारा के लोग न संविधान का, न कानून का और न ही इनकी पालना करवाने वाले लोगों का सम्मान कर सकते हैं।”
सोमवार को अदालती कार्यवाही के दौरान 71 वर्षीय एक वकील ने गवई पर कथित रूप से जूता फेंकने का प्रयास किया।