नई दिल्ली
ऑपरेशन सिंदूर के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा पर सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी रविवार को चार दिवसीय दौरे पर अल्जीरिया रवाना हुए। इस यात्रा का उद्देश्य भारत और उत्तर अफ्रीकी देश अल्जीरिया के बीच रक्षा सहयोग को और मजबूती देना है।
करीब 10 महीने पहले ही भारत और अल्जीरिया ने रक्षा सहयोग पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इस दौरान जनरल द्विवेदी अल्जीरिया के शीर्ष सैन्य और रक्षा अधिकारियों से मुलाकात करेंगे और विशेषकर थल सेनाओं के बीच सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।
भारत लगातार अफ्रीका में अपने रक्षा और रणनीतिक संबंधों का विस्तार कर रहा है। यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब चीन भी इस क्षेत्र में अपना दबदबा बढ़ाने की कोशिशों में लगा हुआ है।
भारतीय सेना के प्रवक्ता ने बताया कि यह दौरा दोनों देशों के बीच आपसी समझ को गहरा करने, साझा हितों के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने और द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को नई ऊँचाइयों पर ले जाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
पिछले वर्ष 31 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने भी अल्जीरिया का दौरा किया था और वहां आयोजित अल्जीरिया के स्वतंत्रता संग्राम की 70वीं वर्षगांठ में भाग लिया था।
भारत और अल्जीरिया के बीच एक संयुक्त आयोग तंत्र (Joint Commission Mechanism - JCM) भी मौजूद है, जो द्विपक्षीय सहयोग से जुड़े सभी मुद्दों पर व्यापक चर्चा का मंच प्रदान करता है।
गौरतलब है कि यह जनरल द्विवेदी की पहली विदेश यात्रा है, जो ऑपरेशन सिंदूर के बाद हो रही है। भारत ने 7 मई को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान नियंत्रित क्षेत्रों में आतंकी ढांचे को निशाना बनाते हुए यह अभियान शुरू किया था। इस दौरान दोनों देशों के बीच चार दिन तक भीषण संघर्ष चला, जो 10 मई को सैन्य कार्रवाइयों को रोकने की समझ के बाद समाप्त हुआ।