पाहलगाम (जम्मू-कश्मीर)पवित्र अमरनाथ यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं का दूसरा जत्था शुक्रवार सुबह पहलगाम से रवाना हुआ। हाल ही में पाहलगाम में हुए आतंकी हमले की पृष्ठभूमि के बावजूद, श्रद्धालुओं ने सुरक्षा और व्यवस्थाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि डरने की कोई बात नहीं है।
नोएडा से आए तीर्थयात्री मनोज सिंह ने एएनआई से बात करते हुए कहा, “हम 13 लोगों का ग्रुप हैं। यह मेरी पहली यात्रा है और मैं बेहद उत्साहित हूं। इंतजाम बेहतरीन हैं। डरने की कोई ज़रूरत नहीं है।”
वहीं श्रद्धालु दिशा चावड़ा ने कहा कि वह इस यात्रा के दौरान देश में शांति और समृद्धि की कामना करेंगी। उन्होंने कहा, “हम सबकी शांति और खुशहाली के लिए प्रार्थना करेंगे। इंतज़ाम बहुत अच्छे हैं। मैं बाबा के दर्शन के लिए बेहद उत्साहित हूं।”
इससे पहले गुरुवार सुबह बालटाल बेस कैंप से रवाना हुए पहले जत्थे के श्रद्धालुओं ने पवित्र अमरनाथ गुफा में पहुंचकर भजन-कीर्तन और भगवान शिव की आरती की। इस पहले जत्थे में केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे भी शामिल थीं।
अमरनाथ यात्रा को लेकर जम्मू क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को बेहद कड़ा कर दिया गया है। अप्रैल 2025 में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं। यात्रा मार्ग पर सीआरपीएफ, सेना और पुलिस के 50,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। साथ ही सीसीटीवी, ड्रोन, जैमर और फेशियल रिकग्निशन तकनीक से निगरानी की जा रही है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मेडिकल टीम, एयर एंबुलेंस और इमरजेंसी इवैकुएशन प्लान्स की भी व्यापक व्यवस्था की गई है।
गुरुवार से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा दो मार्गों — बालटाल और पहलगाम — से संचालित हो रही है। इस दौरान जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है क्योंकि यह हजारों श्रद्धालुओं के लिए पवित्र अमरनाथ गुफा तक पहुंचने का प्रमुख मार्ग है।