All India Fatwa Board strongly reacts to suicide attack near Delhi Red Fort, declares suicide attacks haram in Islam
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
दिल्ली के लाल किले के पास हुए हालिया आत्मघाती हमले के बाद ऑल इंडिया फतवा बोर्ड ने बुधवार को एक सख्त धार्मिक आदेश जारी करते हुए आत्मघाती हमलों को इस्लाम में पूरी तरह हराम करार दिया। यह फतवा मुस्लिम स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन ऑफ इंडिया (एमएसओ) के चेयरमैन डॉ. शुजात अली क़ादरी की ओर से पूछे गए सवाल के जवाब में जारी किया गया।
फतवा बोर्ड ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि इस्लाम मानव जीवन को अत्यंत पवित्र मानता है और किसी भी निर्दोष व्यक्ति की हत्या को “पूरी मानवता की हत्या” के समान बताया गया है। बोर्ड ने कुरआन की उस आयत का उल्लेख किया जिसमें कहा गया है कि खुद को तथा दूसरों को किसी भी तरह के विनाश में डालना अल्लाह के आदेशों का उल्लंघन है। पैगंबर मोहम्मद ﷺ की हदीसों के हवाले से भी यह बात दोहराई गई कि इंसानी खून बहाना कयामत के दिन सबसे पहले पूछे जाने वाले गुनाहों में शामिल होगा।
फतवा में आत्महत्या को इस्लाम में सख्ती से वर्जित बताया गया और कहा गया कि जो व्यक्ति खुद अपनी जान लेता है, उसे उसी तरीके से आख़िरत में सज़ा दी जाएगी। बोर्ड ने कहा कि आत्मघाती हमला दोहरे गुनाह का अपराध है—एक स्वयं की हत्या और दूसरा निर्दोषों की हत्या। इस्लामी कानून में यह किसी भी रूप में जायज़ नहीं ठहराया जा सकता।
बयान में दिल्ली में हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा की गई। फतवा बोर्ड ने कहा कि ऐसे कृत्य इस्लाम की बुनियादी शिक्षाओं—शांति, न्याय और मानव जीवन की पवित्रता—के बिल्कुल विपरीत हैं और धर्म में इनकी कोई जगह नहीं है।
यह फतवा हज़रत मौलाना मुफ्ती शाहिद अली मिस्बाही, निदेशक, ऑल इंडिया फतवा बोर्ड, नई दिल्ली द्वारा जारी किया गया।