आवाज-द वॉयस / नई दिल्ली
आतंकी संगठन अल-कायदा ने भारत के अंदर आत्मघाती हमले की धमकी दी है, जिसके बाद केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि अल-कायदा मुसलमानों के लिए एक समस्या है. अल कायदा इस्लाम के नाम पर इंसानियत की हत्या कर रहा है.
अल-कायदा ने पाकिस्तान से बांग्लादेश में भी आतंकवादी हमले किए हैं. उसने कहा कि वह इस्लाम के पैगंबर के अपमान का बदला लेने के लिए दिल्ली, मुंबई, यूपी और गुजरात में आत्मघाती बम विस्फोट करेगा.
अल-कायदा ने एक पत्र जारी कर कहा है कि वह हमलों में हिंदुओं को निशाना बनाएगा. अल-कायदा ने इस्लाम के पैगंबर के खिलाफ बोलने वाले किसी भी व्यक्ति को जान से मारने की धमकी भी दी है. संयुक्त राष्ट्र ने भी हाल ही में चेतावनी दी है कि अल-कायदा कश्मीर से लेकर पूरे भारत में अपनी गतिविधियों का विस्तार कर सकता है.
यह पहली बार नहीं है, जब अल-कायदा ने भारत को धमकी दी है. वह पहले भी इसी तरह की धमकियां दे चुका है. हाल ही में अल कायदा ने भी कश्मीर को लेकर भारत को धमकी दी थी. रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अफगानिस्तान में तालिबान के शासन के बाद अलकायदा ने भारत और कश्मीर को निशाना बनाया है.
अल-कायदा को लगता है कि वह कश्मीर में हिंसा को तेज कर सकता है. नवीनतम खतरे में, अल-कायदा ने हिंदुओं को आतंकवादी घोषित किया है और दावा किया है कि उन्होंने भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है.
अल-कायदा ने चेतावनी दी कि उनकी हिंदू सेना भी उन्हें नहीं बचा पाएगी. अल-कायदा ने दावा किया और उपमहाद्वीप के लोगों को याद दिलाया कि उनके पैगंबर ने उन्हें भारतीय आक्रमण के बारे में पहले ही बता दिया था और भविष्यवाणी की थी कि मुसलमान इस युद्ध को जीतेंगे.
अल-कायदा की धमकी पर प्रतिक्रिया देते हुए, केंद्रीय मंत्री मुख्तार नकवी ने कहा कि अल-कायदा मुसलमानों की सुरक्षा के लिए कोई मुद्दा नहीं था. ये लोग इस्लाम को सुरक्षा कवच के रूप में इस्तेमाल कर मानवता को मारना चाहते हैं. जो लोग पाकिस्तान के दुष्प्रचार में फंस गए हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि यह भारत की अनेकता में एकता की शक्ति को कमजोर नहीं कर सकता. उन्होंने कहा कि चुनिंदा मानवाधिकार कार्यकर्ता अपराध और उत्पीड़न की चरम सीमा से आंखें मूंदकर मानवाधिकारों का उल्लंघन करते हुए अल्पसंख्यकों का खुलेआम कत्ल कर रहे हैं.