A 300-year-old Peepal tree was felled in Indore, prompting environmental activists to shave their heads.
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
इंदौर के एक धार्मिक स्थल के परिसर में पीपल के करीब 300 साल पुराने एक पेड़ और अन्य वृक्षों की कटाई के विरोध में दो पर्यावरण कार्यकर्ताओं के सिर मुंडवाने के बाद नगर निगम ने परिसर के व्यवस्थापक पर कुल 65,000 रुपये का जुर्माना लगाया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
सहायक उद्यान अधिकारी राहुल वर्मा ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि शहर के बारहमत्था बगीची के मंदिर परिसर में पीपल के एक प्राचीन वृक्ष के साथ ही बेर और अन्य प्रजातियों के चार पेड़ काटे जाने पर अलग-अलग पंचनामे बनाए गए हैं और इस धार्मिक स्थल के व्यवस्थापक पर कुल 65,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
इससे पहले, 'वृक्ष बचाओ-इंदौर बचाओ' आंदोलन से जुड़े दो पर्यावरण कार्यकर्ताओं-मुकेश रजत वर्मा और चंद्रशेखर गवली ने इस धार्मिक स्थल में पेड़ काटे जाने के विरोध में पीपल के प्राचीन वृक्ष के ठूंठ के आगे रविवार को मुंडन करा लिया।
वर्मा ने बताया, ‘‘इस परिसर में पीपल का करीब 300 साल पुराना पेड़ और अन्य वृक्ष काटे जाने को लेकर स्थानीय लोगों में खासा आक्रोश है। नगर निगम को शहर के प्राचीन पेड़ों को बचाने के लिए समय रहते कदम उठाने चाहिए।"
देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में पेड़ कटाई के विरोध में पर्यावरण कार्यकर्ताओं के सिर मुंडवाने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रही हैं।