आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
केंद्रीय बजट पेश करते हुए, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि बजट समग्र रूप से तेज बदलाव और अर्थव्यवस्था की रिकवरी के साथ इसके मजबूत लचीलापन को दर्शाता है.
सीतारमण ने आज संसद को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘कुल मिलाकर तेज वापसी और अर्थव्यवस्था की रिकवरी भारत की मजबूत लचीलापन का सबूत है.‘‘ उन्होंने कोविड-19 महामारी के प्रतिकूल स्वास्थ्य और आर्थिक प्रभावों से प्रभावित लोगों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए अपना बजट भाषण शुरू किया.
वित्त मंत्री ने कहा कि चालू वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि 9.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जो सभी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक है.
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी सरकार का लक्ष्य प्रधानमंत्री द्वारा स्वतंत्रता दिवस के संबोधन के दृष्टिकोण को प्राप्त करना है.‘‘सीतारमण ने कोविड के कारण मरने वालों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए केंद्रीय बजट 2022-23 की प्रस्तुति शुरू की.
केंद्रीय मंत्री ने संसद में अपना चैथा बजट पेश करते हुए कहा, ‘‘मैं उन लोगों के लिए अपनी सहानुभूति व्यक्त करना चाहता हूं, जिन्हें महामारी के प्रतिकूल स्वास्थ्य और आर्थिक प्रभाव झेलना पड़ा.‘‘
बजट पेश करने से पहले, केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक आयोजित की गई जिसमें 2022-23 के बजट को मंजूरी दी गई.इससे पहले सीतारमण ने बजट पेश करने से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की. उनके साथ वित्त राज्य मंत्री पंकज चैधरी, भागवत कराड और मंत्रालय के अन्य अधिकारी भी थे.
सीतारमण ने पारंपरिक ‘बही खाता‘ के बजाय एक टैब के माध्यम से संसद में बजट पढ़ा.सोमवार को, उन्होंने ‘फुर्तीली दृष्टिकोण‘ के विषय पर केंद्रित इस वर्ष के आर्थिक सर्वेक्षण को पेश किया, जिसने वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान भारत की अर्थव्यवस्था को 9.2 प्रतिशत और 1 अप्रैल से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष 2023 में 8-8.5 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान लगाया.
संसद का बजट सत्र सोमवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सेंट्रल हॉल में दोनों सदनों को संबोधित करने के साथ शुरू हुआ.