बिहार की राजनीति में पसमांदा मुसलमानों की भागीदारी सुनिश्चित करेंगे: भाजपा

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 30-06-2025
Will ensure participation of Pasmanda Muslims in Bihar politics: BJP
Will ensure participation of Pasmanda Muslims in Bihar politics: BJP

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली 

 
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बिहार इकाई के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी आने वाले समय में राज्य की राजनीति में 'पसमांदा मुसलमानों' की भागीदारी सुनिश्चित करेगी.
 
पसमांदा मुसलमानों को राज्य की राजनीति में शामिल करने की घोषणा इस साल के अंत में होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों से पहले की गई। पसमांदा मुसलमान बिहार की कुल मुस्लिम आबादी में 70 प्रतिशत से अधिक हैं. पसमांदा में पिछड़े, दलित और आदिवासी मुसलमान शामिल हैं. जायसवाल ने समुदाय के नेताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘बिहार में हमेशा मुसलमानों के नाम पर राजनीति की जाती रही है लेकिन पसमांदा मुसलमानों के उत्थान के लिए कभी कोई वास्तविक प्रयास नहीं किया गया। भाजपा आने वाले समय में राज्य की राजनीति में पसमांदा मुसलमानों की भागीदारी सुनिश्चित करेगी।’’
 
जायसवाल ने कहा कि भाजपा की अनूठी विशेषता सभी धर्मों, समुदायों और समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की उसकी प्रतिबद्धता है। उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' के नारे के साथ काम करती है।’’
 
किसी राजनीतिक दल का नाम लिए बिना जायसवाल ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि मुसलमानों के नाम पर लंबे समय से राजनीति होती रही है, लेकिन पसमांदा मुसलमानों के उत्थान के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया।
 
उन्होंने दावा किया कि पसमांदा शब्द का मतलब ही है "जो पीछे छूट गए", लेकिन किसी ने उन्हें आगे लाने की कोशिश नहीं की और उन्हें लगातार भेदभाव का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा, ‘‘सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्हें उन पार्टियों द्वारा कभी भी राजनीतिक प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया, जिन्होंने अपने राजनीतिक लाभ के लिए उनके वोट बैंक का इस्तेमाल किया।"
 
जायसवाल ने दावा किया कि वोट बैंक की राजनीति ने पसमांदा मुसलमानों का जीवन दयनीय बना दिया है. प्रदेश भाजपा मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल ने कहा कि राज्य में पसमांदा मुसलमान कुल मुस्लिम आबादी का 70 से 80 प्रतिशत हैं, फिर भी वे पिछड़े हैं.  उन्होंने दावा किया कि वोट बैंक की राजनीति ने पसमांदा मुसलमानों को बर्बाद कर दिया है.
 
इकबाल ने कहा, ‘‘ विडंबना यह है कि उनका शोषण उनके ही उच्च वर्ग ने किया फिर भी इस पर कभी खुलकर बात नहीं की गई। आज भी उन्हें समान अधिकारों से वंचित रखा जाता है और उन्हें हेय नजर से देखा जाता है। यह पूरा वर्ग हाशिए पर है। भेदभाव की जड़ें इतनी गहरी हैं कि वे कभी आगे नहीं बढ़ पाए. उन्होंने कहा कि हालांकि, जब से केंद्र और बिहार दोनों जगहों पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक सरकार सत्ता में आई है तब से "सबका साथ, सबका विकास" की भावना से उनके विकास को सुनिश्चित करने के प्रयास किए गए हैं. सम्मेलन में पसमांदा मुस्लिम समुदाय के कई लोग भाजपा में शामिल हुए। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।