आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
ग्लेक्सोस्मिथक्लाइन फार्मास्युटिकल्स ने सोमवार को कहा कि उसने स्त्री रोग संबंधी कैंसर के लिए सटीक उपचार लाते हुए ‘ऑन्कोलॉजी’ क्षेत्र में प्रवेश किया है.
कंपनी ने देश में उन्नत चिकित्सकीय पद्धतियां जेम्परली (डोस्टारलिमैब) और जेजुला (निरापारिब) पेश की हैं.
ग्लेक्सोस्मिथक्लाइन (जीएसके) इंडिया के प्रबंध निदेशक भूषण अक्षीकर ने बयान में कहा, ‘‘ ये उपचार भारत में स्त्री रोग संबंधी कैंसर की एक बड़ी अपूर्ण आवश्यकता को पूरा करते हैं और महिलाओं के कैंसर की देखभाल में सार्थक प्रगति का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसकी पेशकश के साथ हम भारत में विशेष चिकित्सकीय खंड बनाने की अपनी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को मजबूत कर रहे हैं.
भारत में महिलाओं में होने वाले सबसे आम कैंसरों में से एक स्त्री रोग संबंधी कैंसर है। इन्हें स्त्री रोग संबंधी कैंसर या गर्भाशय और अंडाशय का कैंसर आदि कहा जाता है.
भारत में 2045 तक गर्भाशय और अंडाशय कैंसर के मामलों के क्रमशः 78 प्रतिशत और 69 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है.