मुंबई के बाद दिल्ली में क्यों शुरू हुआ जंबो कोविड अस्पताल

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 15-05-2021
मुंबई के बाद आज से दिल्ली में क्योें शुरू हुआ जंबो कोविड अस्पताल शुरू, जानें
मुंबई के बाद आज से दिल्ली में क्योें शुरू हुआ जंबो कोविड अस्पताल शुरू, जानें

 

मलिक असगर हाशमी / नई दिल्ली / मुंबई 

मुंबई के बीकेसी जंबो फील्ड अस्पताल के बाद आज से दिल्ली के रामलीला मैदान में 500 आईसीयू बेड वाला विशाल कोविड अस्पताल शुरू हो रहा है. यह राष्ट्रीय राजधानी के लोक नायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल का हिस्सा होगा. कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों की बढ़ती संख्या के चलते इलाज में आ रही परेशानियों को देखते हुए इस जंबो अस्थाई अस्पताल को तैयार किया गया है.
 
पहले गुरुवार से अस्पताल चालू होना था, पर इसके लिए कुछ और सुविधाएं जुटाने में देरी होने से शनिवार से शुरू किया जा रहा है. अस्पताल को रिकॉर्ड पंद्रह दिनों में तैयार किया गया है.
 
उल्लेखनीय है कि नई दिल्ली का रामलीला मैदान प्रमुख तौर से बड़ी राजनीतिक रैलियों एवं दशहरा के समय रामलीला और लंकादहन के लिए जाना जाता है़. मगर शनिवार से इसे एक और पहचान कोविड अस्पताल के तौर पर मिल गई. इस जंबो अस्पताल में न केवल 500 आईसीयू बेड हैं.
 
जान बचाने वाली अन्य सुविधाएं भी मुहैया कराई गई है. फिलहाल 2500 आईसीयू बेड से यह शुरू हुआ है. अस्पताल शुरू होने से एक दिन पहले यानी शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसका जायजा लिया.
 
यह अस्थायी कोविड-19  लोक नायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल का विस्तार है. अभी कोविड मरीजों की भर्ती को लेकर सर्वाधिक मारा-मारी एलएनजेपी में है.
 

गंभीर रोगियों की मुसीबत होगी कम


दिल्ली में करीब एक महीने से लॉकडाउन है. बावजूद इसके यहां कोरोना मरीजों की संख्या उस अनुपात में नहीं घट रही है, जिसकी उम्मीद की जा रही थी. इसके कारण राजधानी दिल्ली में आज भी 
ऑक्सीजन, कोविड दवाइयों, प्लाज्मा, अस्पतालों में बेड और दूसरी जीवन रक्षक सामग्री की कमी बनी हुई है.
 
इससे मरीजों को इलाज में दिक्कत आ रही है. बड़ी तादाद में लोगों की जान भी जा रही है. ऐसी में रामलीला में शुरू हुआ जंबो अस्पताल अवश्य ही मरीजों को बड़ी राहत पहुंचाएगा. 
एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा निदेशक सुरेश कुमार ने कहा, ‘‘यहां 500 आईसीयू बेड स्थापित किए जाने से लोगों को बहुत राहत मिलेगी. यह कोविड -19 के दिशानिर्देशों के अनुसार सभी आवश्यक सुविधाओं से लैस है.‘‘
 

ऑक्सीजन टैंक से लैसे  अस्पताल


इस जंबो कोविड सेंटर में 100 डॉक्टर और 150 नर्स तैनात किए गए हैं. उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण दिया गया है. केंद्र के बारे में अच्छी बात यह है कि यह ऑक्सीजन के दो टैंकों से लैस है. अस्पताल शुरू होने से पहले एक ऑक्सीजन टैंक को रिफिल किया गया. सेंट्रल पाइप के जरिए सभी बेड पर ऑक्सीजन पहुंचाई जाएगी.
 

एलएनजेपी से यहां भेजे जाएंगे मरीज


कुमार ने कहा कि कोविड के मरीज पहले एलएनजेपी अस्पताल आएंगे, उसके बाद डॉक्टर तय करेंगे कि उनकी स्वास्थ्य स्थिति कैसी है. उनके परामर्श के आधार पर मरीजों को आईसीयू बेड की आवश्यकता अनुसार, तत्काल जंबो अस्पताल में भर्ती के लिए रामलीला मैदान में लाया जाएगा.
 
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मुताबिक, अतिरिक्त ऑक्सीजन बेड चालू होने से लोगों को आईसीयू और ऑक्सीजन बेड की कमी महसूस नहीं होगी. उन्होंने कहा कि महामारी की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए, सरकार ने बुनियादी स्वास्थ्य ढांचे को सुधारने की दिशा में पहल की है. 
 
उन्होंने कहा, “महामारी की तीसरी लहर में 30,000 कोविड मामले आए तो, हम इससे निपटने को तैयार हैं.”
 
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मुंबई में है 2600 बिस्तरों वाला ‘जंबो‘ अस्पताल 

 

भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में भी कोविड रोगियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए टेंटनुमा एक जंबो अस्पताल शुरू किया गया है. यह मुंबई का सबसे बड़ा कोविड-19 सुविधाओं वाला अस्पताल है. मुंबई के बीकेसी जंबो फील्ड अस्पताल में तैनात स्वास्थ्य कार्यकर्मी, डॉक्टर, नर्स और विशेषज्ञ मरीजों पर कड़ी नजर रखते हैं.
 
इस अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस अस्थाई अस्पताल में 2600 से अधिक बेड हैं, जिसमें आईसीयू के साथ ऑक्सीजन, वेंटिलेटर का पूरा इंतजाम है. यहां रोगियों को परिवार के सदस्यों से बात करने के लिए मोबाइल फोन की सुविधा भी उपलब्ध है. 
 
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई कोरोना से बुरी तरह प्रभावित है. यह निरंतर कोरोनोवायरस संक्रमणों की वृद्धि से जूझ रहा है. देश के दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले राज्य महाराष्ट्र में महामारी की शुरुआत से अब तक 5 मिलियन से अधिक मामले और 75,000 से अधिक मौतें सामने आ चुके हैं.
 

देश का सबसे बड़ा कोविड अस्पताल


बीकेसी फील्ड जंबो अस्पताल में 329 डॉक्टर और 330 नर्स तैनात हैं. अस्पताल के प्रभारी डॉ राजेश डेरे ने बताया कि अस्पताल में अभी 22,600 से अधिक कोविड-19 रोगियों को मुफ्त उपचार और दवा प्रदान किया जा रहा है. उन्हांेने कहा कि कोविड से लड़ने वाली तमाम सुविधाआंे से लैसे देश में कोई और इतना बड़ा  अस्पताल नहीं है.