मुनव्वर फारूकी ने सुनाई आपबीती, रेस्टोरेंट नहीं चला तो अब्बा दिवालिया हो गए, मुझे समोसे बेचने पड़े

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 05-08-2023
मुनव्वर फारूकी ने सुनाई आपबीती, रेस्टोरेंट नहीं चला तो अब्बा दिवालिया हो गए, मुझे समोसे बेचने पड़े
मुनव्वर फारूकी ने सुनाई आपबीती, रेस्टोरेंट नहीं चला तो अब्बा दिवालिया हो गए, मुझे समोसे बेचने पड़े

 

आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली

मशहूर हास्य कलाकार और स्टैंडअप काॅमेडियन मुनव्वर फारूकी अपने चुटकुलों से महफिलों में जान डालने में माहिर हैं. मगर उनके जीवन का एक दूसरा पहलू भी है.हाल ही में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने अपनी सफलता के सफर में आई कठिनाइयों के बारे में बताया. मुनव्वर कहते हैं, हमारा एक रेस्तरां था, लेकिन चल नहीं सका. अब्बा की सारी बचत उसमें बर्बाद हो गई. उनपर भारी कर्ज का बोझ आ गया था.
 
उन्होंने कहा कि मैंने एक गिफ्ट शॉप में दो महीने तक काम किया. दिन में 11 घंटे काम करने पर मुझे 850 रुपये मिलते थे.उन्होंने कहा कि मेरी मां और दादी घर पर समोसे बनाती थीं. मैंने घर के बाहर स्टॉल लगाया, जहां मैं समोसे तलकर बेचता था.
 
बता दें कि मुनव्वर फारूकी आज भारत में हास्य का नया चेहरा हैं. यूट्यूब पर उनके फॉलोअर्स की संख्या 3.95 मिलियन और इंस्टाग्राम पर 5.7 मिलियन से ज्यादा है.वह अपने चुटकुलों में भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री मोदी के कार्यों पर गहरा व्यंग्य करते हैं, जिसके कारण उन्हें गिरफ्तार किया गया है और उनके कार्यक्रम कई बार रद्द किए गए हैं. उन्होंने हाल में एक रियालकी शो जीता है.