नई दिल्ली
बॉलीवुड की जानी-मानी और बेहद प्रभावशाली एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित ने राजनीति में शामिल होने की अफवाहों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। 58 साल की इस दिग्गज अभिनेत्री ने हाल ही में एक इंटरव्यू में साफ कहा कि राजनीति उनके लिए कभी विकल्प नहीं रही और न ही वह खुद को इस क्षेत्र के लिए उपयुक्त मानती हैं।
माधुरी दीक्षित ने इंटरव्यू में बताया, “मुझे नहीं लगता कि मैं राजनीति के लिए बनी हूँ। मैं एक आर्टिस्ट हूँ और मेरी पहचान अपने विचारों और कला के जरिए लोगों को प्रभावित करने में है। राजनीति कभी मेरी इच्छाओं का हिस्सा नहीं रही और न ही मैं खुद को इस दुनिया में फिट मानती हूँ।”
पिछले साल कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया था कि माधुरी दीक्षित 2024 के लोकसभा चुनाव में भाग ले सकती हैं, जिससे उनके राजनीतिक कदम को लेकर चर्चाएं तेज़ हो गई थीं। लेकिन अपने लेटेस्ट बयान के बाद, उन्होंने इस अफवाह को हमेशा के लिए बंद कर दिया है।
वर्तमान में माधुरी दीक्षित अपने नए प्रोजेक्ट ‘मिसेज देशपांडे’ की रिलीज़ की तैयारियों में व्यस्त हैं। यह नागेश कुकनूर के निर्देशन में बनी एक थ्रिलर ड्रामा सीरीज़ है, जो फ्रेंच थ्रिलर ला मांटे पर आधारित है। इस सीरीज़ में माधुरी एक कॉम्प्लेक्स और गहरे किरदार में नजर आएंगी।

महिलाओं के लिए समान मेहनताना: माधुरी का मजबूत संदेश
इंटरव्यू में माधुरी ने महिलाओं के प्रति जेंडर-बेस्ड पे गैप को लेकर भी अपनी राय साझा की। उनका कहना है कि यह सिर्फ बॉलीवुड तक सीमित समस्या नहीं है, बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं को आज भी समान मेहनताना पाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है।
माधुरी दीक्षित ने कहा, “महिलाओं को हर फील्ड में खुद को साबित करना होगा। यह मेल एक्टर्स से ज्यादा पेमेंट पाने के बारे में नहीं है, बल्कि एक ऐसे सिस्टम के बारे में है जहाँ महिलाओं के योगदान और मेहनत को सही तरीके से पहचाना जाए और उन्हें उनका पूरा हिस्सा मिले।”
उन्होंने यह भी बताया कि अपने करियर में उन्होंने हमेशा सही मेहनताना पाने के लिए संघर्ष किया है। उनके अनुसार, महिलाएं अभी भी कॉर्पोरेट दुनिया समेत हर क्षेत्र में पे गैप का सामना कर रही हैं और एक बैलेंस्ड सिस्टम की आवश्यकता है, जो उनके काम और योगदान का सही मूल्य दे।
बॉलीवुड में माधुरी दीक्षित ने शाहरुख खान, सलमान खान, आमिर खान, अनिल कपूर और संजय दत्त जैसे बड़े स्टार्स के साथ काम किया है और वे हमेशा से अपनी कला और अभिनय के दम पर अलग पहचान बनाने में सफल रही हैं।
माधुरी का यह संदेश न केवल फिल्म इंडस्ट्री, बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका फोकस राजनीति की बजाय कला, समाज में जागरूकता और महिलाओं के अधिकारों को मजबूत करने पर है।
इस इंटरव्यू के बाद एक बात साफ हो गई है: माधुरी दीक्षित राजनीति में नहीं आने वाली हैं, लेकिन महिलाओं की स्थिति सुधारने और समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए उनका योगदान लगातार प्रेरणा देता रहेगा।