Director expressed grief over 'The Bengal Files' not being screened in West Bengal theatres
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने अपनी नवीनतम फिल्म ‘द बंगाल फाइल्स’ को शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के सिनेमाघरों में प्रदर्शित नहीं किये जाने पर दुख जताया.
निर्देशक ने आरोप लगाया कि इसके पीछे राजनीतिक दबाव और धमकी है। उन्होंने इसे ‘‘अनौपचारिक प्रतिबंध’’ करार दिया.
अग्निहोत्री की फाइल्स फिल्मों की श्रृंखला तीसरी और अंतिम फिल्म ‘द बंगाल फाइल्स’ अगस्त 1946 के कलकत्ता नरंसहार को दर्शाती है, जो मुस्लिम लीग की ‘प्रत्यक्ष कार्रवाई दिवस’ के आह्वान के कारण शुरू हुआ था। इसके परिणामस्वरूप व्यापक सांप्रदायिक हिंसा हुई थी और बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए थे और अंततः महात्मा गांधी ने बेलेघाटा में शांति उपवास करना पड़ा था.
फिल्म के पश्चिम बंगाल में प्रदर्शित नहीं किये जाने पर अफसोस जताते हुए अग्निहोत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा,‘‘मुझे पता है कि दर्द ने उनकी आत्माओं को छू लिया है। यह अब आपकी फिल्म है। द बंगाल फाइल्स (पश्चिम बंगाल और पाकिस्तान को छोड़कर)अब सिनेमाघरों में है.
अग्निहोत्री ने एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘‘एक समय था जब टैगोर ने भयमुक्त बंगाल का सपना देखा था। आज के बंगाल में, सरकार ने हिंदू नरसंहार पर बनी अब तक की सबसे साहसिक फिल्म द बंगाल फाइल्स पर प्रतिबंध लगा दिया है। कृपया अपने विरोध के रूप में सिनेमाघरों में द बंगाल फाइल्स देखें. कल सिनेमाघरों में.
अभिनेत्री-निर्माता पल्लवी जोशी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को शुक्रवार को लिखे एक पत्र में आरोप लगाया कि सिनेमाघर मालिकों ने फिल्म के निर्माताओं से कहा है कि उन्हें डराया-धमकाया जा रहा है और वे सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा हिंसा के डर से फिल्म प्रदर्शित करने से इनकार कर रहे हैं.