देवोलीना और शाहनवाज ने बच्चों संग किए कामाख्या मंदिर के दर्शन, साझा की झलक

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 04-07-2025
Devoleena and Shahnawaz visited Kamakhya temple with children, shared a glimpse
Devoleena and Shahnawaz visited Kamakhya temple with children, shared a glimpse

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली 

टीवी की लोकप्रिय अभिनेत्री देवोलीना भट्टाचार्जी और उनके पति शाहनवाज शेख एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार वजह कोई शो या रियलिटी कार्यक्रम नहीं, बल्कि उनकी धार्मिक यात्रा है. हाल ही में दोनों ने अपने परिवार के साथ असम के प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर के दर्शन किए, जिसकी तस्वीरें और झलकियां सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं.
 
कामाख्या मंदिर को तंत्र साधना और शक्ति उपासना का सबसे पवित्र स्थल माना जाता है. यह मंदिर गुवाहाटी के नीलांचल पहाड़ियों पर स्थित है और हर साल हजारों श्रद्धालु यहां आकर मां कामाख्या का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. देवोलीना और शाहनवाज अपने बच्चों के साथ यहां पहुंचे और उन्होंने पूरे विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की.
 
देवोलीना ने इंस्टाग्राम पर दर्शन की कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा,"शक्ति की भूमि पर आत्मिक शांति का अनुभव. मां कामाख्या के चरणों में पूरा परिवार।"
उनकी तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि वे पारंपरिक वेशभूषा में बेहद श्रद्धा और सम्मान के साथ मंदिर परिसर में हैं. बच्चों ने भी मंदिर की पवित्रता को समझते हुए सिर पर गमछा और पूजा की थाली के साथ दर्शन किए.
 
 
 
शाहनवाज शेख, जो आमतौर पर मीडिया की चकाचौंध से दूर रहना पसंद करते हैं, ने भी इस बार अपनी धार्मिक आस्था खुलकर दिखाई। उन्होंने भी सोशल मीडिया पर लिखा, "सच्चा सुकून वहीं मिलता है, जहां आत्मा नतमस्तक हो."
 
इस यात्रा के जरिए दोनों ने यह संदेश भी दिया कि धार्मिक एकता और सांस्कृतिक विविधता को कैसे खूबसूरती से अपनाया जा सकता है. देवोलीना, जो बंगाली ब्राह्मण परिवार से हैं, और शाहनवाज, जो मुस्लिम समुदाय से आते हैं, अक्सर अपनी धार्मिक सहिष्णुता और पारिवारिक मेलजोल को लेकर चर्चा में रहते हैं. कामाख्या मंदिर की यह यात्रा भी उनके उसी सौहार्द का प्रतीक बन गई है.
 
बच्चों के साथ उनकी यह आध्यात्मिक यात्रा सिर्फ एक तीर्थाटन नहीं बल्कि एक संस्कारों और परंपराओं से जुड़ने का अनुभव रही. सोशल मीडिया पर भी उनके फैंस इस पहल की सराहना कर रहे हैं। एक यूज़र ने कमेंट में लिखा, "आप दोनों ने दिखा दिया कि धर्म आपसी समझ और प्रेम से जुड़ा होता है, न कि दीवारों से."
 
देवोलीना और शाहनवाज की यह यात्रा सिर्फ कामाख्या मंदिर के दर्शन तक सीमित नहीं रही। उन्होंने असम की संस्कृति, लोककलाओं और भोजन का भी आनंद लिया। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में वे इस आध्यात्मिक यात्रा से जुड़े और अनुभव फैंस के साथ साझा करेंगे.
 
देवोलीना भट्टाचार्जी, जिन्हें 'गोपी बहू' के किरदार से घर-घर में पहचान मिली, आज एक संवेदनशील और संतुलित सोच रखने वाली कलाकार के रूप में उभर रही हैं। और शाहनवाज के साथ उनका यह कदम एक सशक्त सांस्कृतिक संवाद का प्रतीक बन गया है.