आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान का आलीशान बंगला ‘मन्नत’ सिर्फ एक घर नहीं, बल्कि उनके संघर्ष, सपनों और सफलता का प्रतीक है। मुंबई के बांद्रा इलाके में स्थित इस बंगले के बाहर हर दिन सैकड़ों-हज़ारों प्रशंसक उनकी एक झलक पाने के लिए जुटते हैं। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि यह बंगला हमेशा से शाहरुख के पास नहीं था—और इसकी खरीद की कहानी उतनी ही प्रेरणादायक है जितनी उनकी फ़िल्मी यात्रा।
इस बंगले का निर्माण वर्ष 1914 में नरीमन के. डबास ने करवाया था और उस समय इसका नाम ‘विला वियना’ था। बाद में इसे ‘जन्नत’ नाम दिया गया। साल 2001 में, शाहरुख और गौरी खान ने इसे खरीदा और नाम बदलकर ‘मन्नत’ रख दिया—क्योंकि यह घर सचमुच उनकी एक मन्नत के पूरे होने जैसा था।
दिलचस्प बात यह है कि जब शाहरुख ने ‘मन्नत’ खरीदने का फैसला किया, तो उनके पास उतनी बड़ी रकम नहीं थी। उस समय इस घर की कीमत करीब 13.23 करोड़ रुपये थी, जिसे चुकाने के लिए उन्होंने एक निर्माता से अग्रिम रूप में पैसे उधार लिए। यह सौदा उनके करियर का नहीं, बल्कि उनकी जिंदगी का सबसे अहम मोड़ साबित हुआ।
खरीद के समय इस बंगले की हालत बिल्कुल परफेक्ट नहीं थी। बड़े पैमाने पर मरम्मत और सजावट की जरूरत थी। गौरी और शाहरुख ने एक डिज़ाइनर को बुलाया, लेकिन जब उसकी फीस सुनकर दोनों के होश उड़ गए, तो गौरी खान ने खुद घर के इंटीरियर का ज़िम्मा संभाला। नतीजा—‘मन्नत’ आज न सिर्फ एक घर, बल्कि डिज़ाइन और लक्ज़री का अद्भुत संगम है।
आज यह छह मंजिला हवेली एक निजी सिनेमा हॉल, खूबसूरत बगीचे, आलीशान बेडरूम, मेहमानों के लिए क्वार्टर और कई पारंपरिक कलाकृतियों से सजी है। यहां हर कोना शाहरुख और गौरी की सोच, मेहनत और कला का आईना है।
कहा जाता है कि शाहरुख को इस घर से पहली बार प्यार तब हुआ था जब वे फिल्म ‘यस बॉस’ की शूटिंग के दौरान इसके पास से गुजरे थे। उसी दिन उन्होंने ठान लिया था कि एक दिन यह घर उनका होगा। और आज, वक्त ने उन्हें वहीं खड़ा कर दिया—लेकिन अब ‘मन्नत’ की मौजूदा बाजार कीमत करीब 300 करोड़ रुपये आंकी जाती है।
शाहरुख कई बार इंटरव्यू में कह चुके हैं कि चाहे कुछ भी हो जाए, वे ‘मन्नत’ कभी नहीं बेचेंगे। यह सिर्फ उनका पता नहीं, बल्कि उनके सपनों की कहानी, संघर्ष का सबूत और सफलता का ताज है।