नई दिल्ली
कभी संगीत और युवा संस्कृति का प्रतीक रहा अमेरिकी टेलीविजन चैनल एमटीवी (म्यूजिक टेलीविजन) अब अपने कुछ चैनलों को बंद करने जा रहा है। हालांकि यह बंदी पूरी तरह से नहीं है — इस बार असर ब्रिटेन की शाखा पर पड़ा है, जहां एमटीवी म्यूजिक, एमटीवी 80s, एमटीवी 90s, क्लब एमटीवी और एमटीवी लाइव जैसे पाँच चैनल 31 दिसंबर 2025 से पूरी तरह से बंद कर दिए जाएंगे।
एमटीवी के मालिक पैरामाउंट ग्लोबल ने घोषणा की है कि यह कदम उनके टेलीविज़न नेटवर्क के आकार को छोटा करने और डिजिटल माध्यमों में निवेश बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है।
एमटीवी की शुरुआत 1981 में अमेरिका में "आई वांट माई एमटीवी" जैसे नारे के साथ हुई थी। इसके बाद चैनल ने दुनिया भर में विस्तार किया। 1996 में भारत और 1997 में ब्रिटेन में इसका प्रसारण शुरू हुआ। एक दौर में यह चैनल युवाओं के लिए सिर्फ़ एक म्यूजिक चैनल नहीं, बल्कि संगीत, फैशन, नृत्य और जीवनशैली का प्रतीक बन गया था।
लेकिन वक्त के साथ बहुत कुछ बदल गया। यूट्यूब, स्पॉटिफ़ाई और सोशल मीडिया जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स ने टेलीविज़न की लोकप्रियता को पीछे छोड़ दिया। पूर्व एमटीवी वीडियो जॉकी सिमोन एंगल कहती हैं, “यह एक कठिन दौर है। एमटीवी सिर्फ़ म्यूजिक तक सीमित नहीं था — यह युवाओं के जुड़ाव का एक मंच था, एक स्टाइल स्टेटमेंट था।”
हालांकि भारत में ‘एमटीवी इंडिया’ अभी भी सक्रिय है और ‘रोडीज’, ‘स्प्लिट्सविला’ जैसे रियलिटी शोज़ के जरिए युवाओं में अपनी पकड़ बनाए हुए है। भारत में चैनल ने अब भी अपनी पहचान को काफी हद तक बनाए रखा है।
इस तरह, चार दशक तक दुनिया भर में युवाओं की आवाज़ और अंदाज़ बनने वाला एमटीवी अब एक नए युग की ओर बढ़ रहा है — जहाँ उसकी पहचान डिजिटल प्लेटफॉर्म पर खुद को फिर से गढ़ने की कोशिश कर रही है।