नई दिल्ली
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के सेंटर फॉर इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (CIE) द्वारा 19 दिसंबर 2025 को आयोजित YESummit 2025 का सफलतापूर्वक समापन हुआ। पूरे दिन चले इस समिट में शिक्षाविदों, उद्योग जगत के प्रतिनिधियों, नीति निर्माताओं, उद्यमियों और छात्रों ने भाग लिया और युवा उद्यमिता, नवाचार, सस्टेनेबिलिटी तथा सामाजिक प्रभाव जैसे अहम विषयों पर सार्थक संवाद किया।
उद्घाटन सत्र में जामिया के रजिस्ट्रार प्रो. मो. महताब आलम रिज़वी, इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी फैकल्टी के डीन प्रो. मोहम्मद शरीफ, यूथएड फाउंडेशन के संस्थापक मैथ्यू मट्टम, UPS के कंट्री मैनेजर रविंद्र सिंह राठौर, गुलाम मुस्तफा तथा ALMEER सऊदी टेक्निकल कंपनी के प्रेसिडेंट और CEO सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत तिलावत-ए-कुरान से हुई, जिसके बाद CIE के निदेशक प्रो. रिहान खान सूरी ने स्वागत भाषण दिया और नवाचार आधारित, सामाजिक रूप से जिम्मेदार उद्यमियों को तैयार करने के केंद्र के विजन को रेखांकित किया। CIE की प्रोफेसर इंचार्ज प्रो. सिमी मल्होत्रा ने अनुभवात्मक शिक्षा और उद्योग-अकादमिक सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला।
अध्यक्षीय वक्तव्य में जामिया के कुलपति प्रो. मज़हर आसिफ़ ने कहा कि विश्वविद्यालयों की भूमिका केवल शिक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें नवाचार, उद्यमिता और सामाजिक रूप से जिम्मेदार नेतृत्व को बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने YESummit जैसे मंचों को छात्रों के लिए वास्तविक दुनिया से जुड़ने का प्रभावी साधन बताया।
उद्घाटन सत्र के बाद एडवांस्ड और बेसिक बेकरी ट्रेनिंग प्रोग्राम के छात्रों द्वारा तैयार बेकरी उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसने CIE के स्किल-बेस्ड ट्रेनिंग कार्यक्रमों की व्यावहारिक सफलता को दर्शाया। सम्मेलन में “सस्टेनेबिलिटी और सोशल इम्पैक्ट” पर एक विचारोत्तेजक पैनल चर्चा हुई, जबकि लंच के बाद स्टार्टअप पिचिंग प्रतियोगिता में युवा नवोन्मेषकों ने अपने व्यावसायिक विचार प्रस्तुत किए।
समापन सत्र में विजेता टीमों को सम्मानित किया गया। कुल मिलाकर, YESummit 2025 जामिया मिल्लिया इस्लामिया में एक समावेशी, जीवंत और प्रभावशाली उद्यमी इकोसिस्टम के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।