एएमयू में अरबी-मलयालम पर सेमिनार का आयोजन

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 07-10-2023
Seminar on Arabic-Malayalam
Seminar on Arabic-Malayalam

 

अलीगढ़. अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के आधुनिक भारतीय भाषा विभाग के मलयालम अनुभाग ने ‘अरबी मलयालमः इतिहास और साहित्य’ विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया. प्रो. ए. नुजुम ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि अरबी-मलयालम मलयालम साहित्य की एक समृद्ध शाखा है और इन कार्यों का अभी तक ठीक से अध्ययन और मूल्यांकन नहीं किया गया है.

समारोह की अध्यक्षता विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर टी.एन. सतीसन ने की. अपने अध्यक्षीय भाषण में उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अरबी लिपि के कारण अरबी मलयालम साहित्य की समृद्ध परंपरा आम जनता तक नहीं पहुंच सकी और अरबी मलयालम साहित्य को लोकप्रिय बनाने के प्रयास किए जाने चाहिए.

अंग्रेजी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. मुनीर ने मुख्य भाषण दिया और अरबी मलयालम साहित्य की भाषाई और सांस्कृतिक विशेषताओं पर विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने अरबी मलयालम ग्रंथों जैसे मुहिउद्दीन माला, नफीसथु माला आदि को बड़े पैमाने पर उद्धृत किया.

सेमिनार के समन्वयक रफसल बाबू सी.वी. ने अरबी मलयालम और संबंधित विषयों पर एक प्रस्तुति दी. सफीक वाजिप्पारा (कालीकट), डॉ. अल्ताफ हुसैन (त्रिवेंद्रम), डॉ. मुनव्वर हनीह टीटी (कन्नूर) और मेहबूब (इस्लामिक स्टडीज), अफजल (अरबी), यूनुस एमटीपी (मलयालम), सिबिली, आसिफ,जसीम जैसे शोध विद्वानों ने अरबी मलयालम के विभिन्न पहलुओं पर शोधपत्र प्रस्तुत किए.  मलयालम अनुभाग के अनुसंधान मंच, मलयालम सर्गवेदी की सचिव जसीला पी ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया.