आवाज द वाॅयस /हैदराबाद
मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय (MANUU) ने शिक्षक प्रशिक्षण के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाते हुए न केवल तेलंगाना में बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी एक प्रभावशाली मुकाम हासिल किया है. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, MANUU ने ‘मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र’ (MMTTC) के तहत विभिन्न श्रेणियों में असाधारण प्रदर्शन करते हुए राज्य में नेतृत्वकारी भूमिका निभाई है.
तेलंगाना राज्य के भीतर, MANUU ने चार प्रमुख प्रशिक्षण श्रेणियों में से तीन — NEP ओरिएंटेशन, फैकल्टी इंडक्शन प्रोग्राम (292 लाभार्थी) और शॉर्ट-टर्म प्रोग्राम (283 लाभार्थी) — में प्रथम स्थान प्राप्त किया है.
जबकि रिफ्रेशर कोर्स श्रेणी में विश्वविद्यालय ने 638 लाभार्थियों को प्रशिक्षित करते हुए जवाहरलाल नेहरू प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (JNTU), हैदराबाद के बाद दूसरा स्थान प्राप्त किया.
यह प्रदर्शन न केवल संख्यात्मक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह शिक्षकों की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में विश्वविद्यालय की सक्रिय और ठोस भूमिका को दर्शाता है.
राष्ट्रीय मंच पर MANUU का शानदार प्रदर्शन
राष्ट्रीय स्तर पर भी MANUU की स्थिति उल्लेखनीय रही है। UGC के आंकड़ों के अनुसार:फैकल्टी इंडक्शन प्रोग्राम में MANUU सातवें स्थान पर रहा,शॉर्ट टर्म प्रोग्राम में तेरहवें स्थान पर,तथा रिफ्रेशर कोर्स में बारहवें स्थान पर रहा.
विशेष रूप से, NEP ओरिएंटेशन और संवेदीकरण कार्यक्रम के अंतर्गत 3,954 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित कर विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त किया है — केवल श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज, दिल्ली से पीछे.
समर्पित नेतृत्व और रणनीतिक दृष्टिकोण की झलक
MANUU की इस सफलता के पीछे उसका समर्पित नेतृत्व, अकादमिक उत्कृष्टता, और रणनीतिक प्रशिक्षण दृष्टिकोण है.MMTTC-MANUU की निदेशक प्रो. सनीम फातिमा ने कहा,"ये संख्याएँ उच्च शिक्षा में क्षमता निर्माण के प्रति हमारे समर्पित दृष्टिकोण को दर्शाती हैं. हमारा ध्यान शिक्षक प्रशिक्षण के लिए एक व्यापक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने पर रहा है, जो शैक्षणिक नवाचारों तथा NEP कार्यान्वयन की चुनौतियों दोनों को संबोधित करता है."
उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि यह सफलता MANUU की समावेशी सोच और शिक्षकों को बदलते शैक्षणिक परिवेश के अनुकूल तैयार करने की प्रतिबद्धता का परिणाम है.
सहायक निदेशक डॉ. मेराज अहमद मुबारकी ने भी इस अवसर पर कहा,"हमारी उपलब्धि, विशेष रूप से एनईपी ओरिएंटेशन में, शैक्षिक सुधारों के अनुकूल होने में एमएएनयूयू की तैयारी को प्रदर्शित करती है.
हमने व्यावहारिक, कार्यान्वयन योग्य प्रशिक्षण मॉड्यूल बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है जो राष्ट्रीय उद्देश्यों के साथ संरेखित करते हुए शिक्षकों की जरूरतों के अनुरूप हैं."
NEP 2020 के लक्ष्यों को साकार करने में MANUU की अग्रणी भूमिका
NEP 2020 के तहत देश में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता, शिक्षकों के व्यावसायिक विकास और समग्र शैक्षिक पारिस्थितिकी को मज़बूत करने की जो योजना बनाई गई है, उसमें MANUU जैसे संस्थानों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण बन जाती है.
MANUU ने यह साबित कर दिया है कि सीमित संसाधनों और एक विशिष्ट भाषा माध्यम के बावजूद यदि दूरदर्शी नेतृत्व, तकनीकी दक्षता और अकादमिक प्रतिबद्धता हो, तो वह राष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज करा सकता है.
मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय (MANUU) का यह प्रदर्शन तेलंगाना को शिक्षक शिक्षा के एक सशक्त केंद्र के रूप में उभारता है। यह न केवल विश्वविद्यालय की उपलब्धि है, बल्कि यह देश की शैक्षिक रणनीतियों और सुधारों को ज़मीन पर उतारने की एक प्रेरणादायक मिसाल भी है.