नई दिल्ली. जामिया मिलिया इस्लामिया (जेएमआई) के जामिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल (जेएसएसएस) में आज एक विशेष कार्यक्रम ‘उड़ान’ का आयोजन किया गया. इसकी गौरवान्वित पूर्व छात्रा सुश्री ईशा को सम्मानित किया गया, जिन्हें यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ( ईएसए) पुरस्कार प्रदान किया गया था.
जेएसएसएस से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, ईशा ने वर्ष 2013 में जेएमआई के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग से बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (बी.टेक) पूरी की. यूरोपीय अंतर संसदीय अंतरिक्ष सम्मेलन (ईआईएससी) में, ईएसए ने ‘जूरी के विशेष मिशन’ श्रेणी में स्पेस सस्टेनेबिलिटी अवार्ड 2021 से सम्मानित किया. पुरस्कार समारोह फ्रांसीसी संसद में आयोजित किया गया था. यह पुरस्कार अंतरिक्ष के सतत उपयोग को बढ़ावा देने वाले युवा वैज्ञानिकों को दिया जाता है. यह पुरस्कार एक युवा वैज्ञानिक के लिए अपने विचार प्रस्तुत करने का एक मंच भी है.
वर्तमान में, ईशा जर्मनी के लीबनिज इंस्टीट्यूट ऑफ कंपोजिट मैटेरियल्स जीएमबीएच के कंपोनेंट डेवलपमेंट विभाग में रिसर्च एसोसिएट के रूप में काम कर रही हैं. जेएमआई से बी.टेक पूरा करने के बाद, उन्होंने डेढ़ साल तक कंसल्टेंसी सर्विस की और फिर नयिंग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी और टेक्निकल यूनिवर्सिटी म्यूनिख से एयरोस्पेस में मास्टर डिग्री हासिल करने के लिए सिंगापुर चली गईं. उनके पिता, डॉ. अनिल कुमार, जेएमआई के हिंदी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर हैं.
अपने स्वागत भाषण में जेएसएसएस के प्राचार्य डॉ. मुहम्मद अरशद खान ने ईशा को उनकी महान उपलब्धि के लिए बधाई दी और उम्मीद जताई कि यह विश्वविद्यालय के अन्य छात्रों को बड़े सपने देखने और उन्हें हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगा. इसके अलावा, उन्होंने स्कूल के गौरवान्वित पूर्व छात्रों को सम्मानित करने के एक अनूठे कार्यक्रम ‘उड़ान’ के लक्ष्य और उद्देश्यों पर भी प्रकाश डाला.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईडीआई डिजाइन प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक और जामिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पूर्व छात्र इरफान खान थे. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि छात्रों को अपनी छुपी प्रतिभा को निखारने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए और अपनी रुचि के क्षेत्र को करियर के रूप में चुनना चाहिए. कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. अताउर रहमान के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ.