इंडोनेशियाई प्रतिनिधिमंडल ने AMU में शैक्षणिक सहयोग के अवसरों का मूल्यांकन किया

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 31-10-2025
Indonesian delegation evaluates opportunities for academic collaboration at AMU
Indonesian delegation evaluates opportunities for academic collaboration at AMU

 

अलीगढ़

इंडोनेशिया दूतावास के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) का दौरा किया, ताकि शैक्षणिक सहयोग, छात्र विनिमय और संयुक्त शोध पहल के अवसरों का पता लगाया जा सके। प्रतिनिधिमंडल में प्रो. फुआद – शिक्षा एवं सांस्कृतिक अटैशे, श्री मुसोनी – प्रथम सचिव (राजनीतिक विभाग), श्री अध्य बुवोनो – प्रथम सचिव (प्रोटोकॉल और कांसुलर विभाग) और श्री अगो मुल्यावान शामिल थे। यह दौरा AMU और इंडोनेशियाई प्रमुख संस्थानों के बीच शैक्षणिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना गया।

प्रतिनिधिमंडल का स्वागत AMU के प्रो वाइस चांसलर प्रो. एम. मोहसिन खान, रजिस्ट्रार प्रो. आसिम ज़फ़र और प्रो. विभा शर्मा, MIC पब्लिक रिलेशन ऑफिस ने किया। PVC कार्यालय में आयोजित बैठक में दोनों पक्षों ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी, मानविकी, इस्लामी अध्ययन और सामाजिक विज्ञान जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को औपचारिक रूप देने की संभावनाओं पर चर्चा की।

बैठक में छात्र और संकाय विनिमय कार्यक्रम, संयुक्त कार्यशालाएँ और सह-शोध परियोजनाओं की रूपरेखा पर भी विचार हुआ। प्रतिनिधिमंडल ने AMU में अध्ययन करने वाले इंडोनेशियाई छात्रों की संख्या बढ़ाने में गहरी रुचि जताई, क्योंकि विश्वविद्यालय की अकादमिक उत्कृष्टता, बहुसांस्कृतिक वातावरण और वैश्विक शिक्षा में ऐतिहासिक योगदान इसकी प्रमुख विशेषताएं हैं।

प्रो. मोहसिन खान ने कहा, “AMU हमेशा अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक साझेदारी को बढ़ावा देने में विश्वास करता है। हम इंडोनेशिया के अधिक छात्रों का स्वागत करने और एक स्थायी शैक्षणिक संबंध बनाने की दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।”

प्रतिनिधिमंडल ने AMU के विविध शैक्षणिक वातावरण और समृद्ध विरासत की सराहना की और विश्वविद्यालय को “परंपरा और आधुनिकता के बीच पुल” करार दिया। दोनों पक्षों ने निकट भविष्य में सहयोग के लिए विशेष रूपरेखा तय करने के लिए और चर्चा जारी रखने पर सहमति व्यक्त की।

यह कार्यक्रम AMU की उच्च शिक्षा के अंतरराष्ट्रीयकरण पर बढ़ती प्राथमिकता और भारत की शैक्षणिक कूटनीति तथा सांस्कृतिक सहयोग को मजबूत करने की दिशा के अनुरूप है।