आईसीसीएससी बोर्ड 10 परीक्षा परिणाम:वकील की बेटी सरिया खान ने गाड़े झंडे, रही सेकंड टॉपर, बनेंगी डॉक्टर
नाजो खान/ लखनऊ
कहते हैं मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है-16 हजार बच्चों में आईसीएससी बोर्ड की 10 वीं की परीक्षा में दूसरे नबंर पर टॉप कर लखनऊ की सारिया खान ने यह साबित कर दिखाया है. उनके इस कामयाबी पर उत्तर प्रदेश की राजधानी के लोग बेहद गदगद हैं.
सरिया खान शहर की डालीगंज की रहने वाली मिडिल क्लास फैमली से हैं. इनके पिता रईस खान पेशे से वकील हैं. दो बड़े भाईयों में सबसे छोटी बहन हैं. इस बड़ी कामयाबी के बाद अब सरिया का सपतान डॉक्टर बनने का है.
उन्हें बायोलॉजी विषय में ज्यादा रूचि है. गरीबों की सेवा करने के लिए हमेशा मन में कुछ अलग सोच रखती हैं. डॉक्टरी ऐसा पेशा है जिसमें दूसरों की मदद का मौका मिलता है.
आवाज द वॉयस ने रविवार देर रात जब उनसे डॉक्टर नहीं बन पाने पर दूसरा ऑप्शन करियर को लेकर पूछा तो कहा कि मैंने कोई ऑप्शन ही नहीं रखा है. सफलता तो मिलकर रहेगी. चूंकि मंजिल में जो राह चुनी है, उसे पाकर ही रहूंगी.
अध्यापकों ने मुझे सिखाया है कि कभी जिंदगी में कोई दूसरा ऑप्शन मत रखो वरना आप अपने लक्ष्य पर फोकस नहीं कर पाओगे. परिवार में माता-पिता और भाईंयों का हमेशा सहयोग रहा है. स्टडी को लेकर हमेशा ही प्रोत्साहित करते रहते हैं. कभी मायूस होती तो भी हर कोई हौसला बढ़ता.
सात-आठ घंटे की पढ़ाई
सारिया बताती हैं कि उन्होंने बोर्ड परीक्षा की तैयारी में कोई कसर बाकी नहीं रखी. वह स्कूल से आने के बाद अपनी पढ़ाई में सात से आठ घंटे देती थीं. टारगेट पर हमेशा ही फोकस रखकर स्टडी किया जिस कारण आज सफलता हासिल हुई है.
रविवार को आया रिजल्ट
रविवार को आइसीएसई बोर्ड ने दसवीं के नतीजे जारी किए हैं. इस वर्ष 99.97 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए. लड़कियों का रिजल्ट 99.98 फीसदी और लड़कों का रिजल्ट 99.97 फीसदी रहा.
इस वर्ष चार छात्रों ने टॉप किया. पुणे की हरगुन कौर मथारू, कानपुर की अनिका गुप्ता, बलरामपुर के पुष्कर त्रिपाठी और लखनऊ की कनिष्का मित्तल चारों स्टूडेंट्स ने 499 अंक हासिल (99.80 फीसदी) पूरे देश में टॉप किया है. सीआईएससीई आईसीएसई 10वीं फाइनल मार्क्स में दोनों सेमेस्टर का समान वेटेज दिया गया. जो छात्र किसी भी सेमेस्टर में उपस्थित नहीं हुआ, उसका परिणाम घोषित नहीं किया गया.
सफलता का मंत्र
सरिया बताती हैं कि जीवन में सफलता का एक ही मन्त्र है हमेशा अपने गोल पर ध्यान केंद्रित रखना चाहिए. काम कोई भी करो लेकिन टारगेट कभी मत भूलो. टॉप करने के लिए भी पूरी मेहनत और लगन से पढ़ाई की.
दोस्तों से बात करते, सोते समय भी मुझे मेरा लक्ष्य नजर आता था. अलग-अलग स्ट्रेटजी अपनाकर ध्यान केंद्रित रखती. आज काफी खुश हूं कि अपने माता-पिता के सपनों को साकार करने के लिए पहली सीढ़ी में ऊंचाई छू पाई हूं. मगर मंजिल अभी कोसों दूर है जिसके लिए कड़ी मेहनत करनी है.
बधाइयों के ढेर
सरिया ने बताया कि टॉप करने के बाद बधाइयों के ढेर लग गए हैं. लेकिन ये पल कभी भूलने वाला नहीं होगा जिस तरह से देश के लोगों का प्यार मिल रहा है. फोन अटेंड करके भी थक चुकी हूं . हर किसी को अटेंड कर रही हूं.
पिताजी करते थे सपोर्ट
जब स्टडी में कहीं उलझ जाती तो पिता सपोर्ट करते हैं. हमेशा ही यह सीख देते कि सीखने के लिए हर किसी से पूछो. निराश कभी भी जीवन में नहीं होना है. आपके हर कदम मंजिल की तरफ बढ़ने चाहिए. स्टडी के बारे समय-समय टोकते भी थे कि सबकुछ ठीक चल रहा ? जिससे और मेहनत से पढ़ने की प्रेरणा मिलती.
रिजल्ट और इसका पैटर्न
आईसीएसई बोर्ड की 10 वीं की परीक्षा के लिए शीर्ष तीन रैंक धारकों की सूची में कुल 110 छात्र शामिल हैं. जिसमें तीन रैंकों के बीच एक-एक अंक का अंतर है.
जहां चार उम्मीदवारों ने 500 में से 499 अंकों के साथ शीर्ष रैंक हासिल किया, वहीं 34 छात्र 498 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहे.इसी तरह, 72 उम्मीदवारों ने 500 में से 497 अंकों के साथ तीसरी रैंक प्राप्त किया.
चार टॉपर्स में शामिल हैं. हरगुन कौर मथारू (पुणे), अनिका गुप्ता (कानपुर), पुष्कर त्रिपाठी (बलरामपुर) और कनिष्क मित्तल (लखनऊ).कनिष्क मित्तल ने कहा कि दो सेमेस्टर के प्रयोग से उनके समग्र प्रदर्शन पर असर पड़ा. खुशी है कि परिणाम अच्छा रहा.
दूसरा स्थान पाने वालों में वेद राज (चाईबासा), संध्या एस (बेंगलुरु), अमोलिका अमित मुखर्जी (मुंबई), आद्या गौर (मुंबई), विधि चौहान (पुणे), वेदांग खारिया (मुंबई), सरिया खान, रीना कौसर और खित नारायण हैं (लखनऊ), अभय लुमर सिंघानिया (आसनसोल), बैदुर्या घोष (बैरकपुर), कनिनिका साहा (झलझालिया), नेहा (पटना), सुलगना बसाक (जमशेदपुर), निहारा मरियम ओम्मन (बेंगलुरु), राहुल दत्ता (बेंगलुरु), विधात्री बीएन (बेंगलुरु) किशोर (बेंगलुरु), अथिरा एसजे (तिरुवनंतपुरम), शिवानी ओंकारनाथ देव (पुणे), वर्षा श्याम सुंदर (मुंबई), पवित्रा प्रसाद आचार (मुंबई), अनन्या प्रमोद नायर (मुंबई), अर्चिता सिंह (लखनऊ) और तन्वी शर्मा (देहरादून) शामिल हैं.
काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन ने दो साल बाद एक मेरिट लिस्ट की घोषणा की थी. कोविड-19 महामारी के कारण परीक्षा आयोजित नहीं होने के बाद वैकल्पिक मूल्यांकन योजना के आधार पर परिणाम घोषित किए गए थे.अधिकारियों ने कहा कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 99.97 है.
आईसीएससी ने शनिवार को घोषणा की थी कि पहले और दूसरे सेमेस्टर दोनों के अंकों को अंतिम स्कोर में समान वेटेज दिया गया है और जो उम्मीदवार सेमेस्टर 1 या 2 परीक्षाओं में शामिल नहीं हुए, उन्हें अनुपस्थित चिह्नित किया गया.