रमजान की शुरुआत कैसे हुई?

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 09-03-2024
Why did they start Ramadan?
Why did they start Ramadan?

 

राकेश चौरासिया  

इस्लामिक कैलेंडर के नौवें महीने को माहे-रमजान कहा जाता है, इसे मुसलमानों में सबसे ज्यादा पवित्र और सबसे महत्वपूर्ण महीना माना जाता है. यह महीना आध्यात्मिकता, आत्म-संयम, और दान का प्रतीक है. रमजान की शुरुआत कैसे हुई, यह जानने के लिए, हमें इसके इतिहास में जाना होगा.

रमजान का शाब्दिक अर्थ है ‘तीव्र गर्मी’, जो चिलचिलाती गर्मी के महीने को दर्शाता है. सातवीं शताब्दी में आज के सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का में इस्लाम के आने से काफी पहले रमजान पूर्व-इस्लामिक अरब कैलेंडर का हिस्सा था.

प्रत्येक इस्लामी महीने की पहली रात को नए चंद्रमा को नग्न आंखों से देखने की प्रथा अब एक परंपरा बन चुकी है, जो आज तक कायम है. इसलिए दुनिया भर के मुसलमान रमजान के चांद के उदय की उत्साहित होकर प्रतीक्षा करते हैं.

रमजान 14 शताब्दियों से भी अधिक समय से दुनिया भर के मुसलमानों द्वारा मनाया जा रहा है. सातवीं शताब्दी में, पैगंबर मुहम्मद ने कहा था कि इस्लाम पांच सुतूनों पर कायम है और रमजान के रोजा उनमें से एक हैं. आज, दुनिया की लगभग एक चैथाई आबादी इस इस्लामी महीने को बहुत सम्मान देते हुए दिन के उजाले में उपवास करती है, जिसमें इस्लाम की पवित्र पुस्तक ‘कुरान’ पैगंबर के सामने प्रकट हुई थी.

सातवीं शताब्दी में लगभग सौ शुरुआती मुसलमानों द्वारा शुरू में रमजान का अभ्यास किया गया था, लेकिन अब दुनिया भर के 1.8 अरब लोगों द्वारा इसका अनुकरण किया जाता है.

पहली रमजान

  • इस्लाम के पवित्र ग्रंथ, कुरान के अनुसार, रमजान की शुरुआत दूसरी हिजरी में हुई थी.
  • मुस्लिम कैलेंडर हिजरी, पैगंबर मुहम्मद के मदीना प्रवास पर आधारित है. हिजरी उस समय काल को संदर्भित करता है, जिस काल में पैगंबर मुहम्मद और उनके अनुयायियों के मक्का से मदीना शहर में हिजरत (प्रवास) किया था यानी 622 ई. में.
  • पहला रमजान 22 मार्च, 624 ईस्वी को शुरू हुआ था.
  • रमजान का महीना चंद्र कैलेंडर पर आधारित है.
  • इसलिए, हर साल रमजान की तारीखें बदलती रहती हैं.
  • रमजान का महीना 29 या 30 दिन का हो सकता है.
 
कुरान में 
  • सूरा 2:183-187 में रमजान के रोजा का उल्लेख है.
  • रमजान को आत्म-संयम, दान, और क्षमा का महीना बताया गया है.
  • यह पवित्रता का महीना भी है, जिसमें शैतान को जंजीरों में जकड़ दिया जाता है.
 
हदीस में 
  • रमजान को जन्नत का दरवाज़ा बताया गया है.
  • पैगंबर मुहम्मद ने कहा, "जब रमजान का महीना आता है तो जन्नत के दरवाज़े खोल दिए जाते हैं और जहन्नुम के दरवाज़े बंद कर दिए जाते हैं और शैतानों को जंजीरों में जकड़ दिया जाता है."
  • हदीस में रमजान के विभिन्न पहलुओं का उल्लेख है, जैसे उपवास, तरावीह, और ज़कात.

रमजान का महत्व

  • रमजान का महीना पवित्रता, आत्म-संयम, और दान का प्रतीक है.
  • इस महीने में, मुसलमान सूर्योदय से सूर्यास्त तक उपवास रखते हैं.
  • वे अधिक प्रार्थना करते हैं, दान करते हैं, और अच्छे काम करने का प्रयास करते हैं.
  • रमजान का महीना आत्म-सुधार का समय है.

यह भी ध्यान रखें

  • रमजान के दौरान कुछ लोगों को उपवास रखने से छूट दी जाती है.
  • इस छूट में बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और बीमार लोग शामिल हैं.
  • रमजान एक महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहार है और मुसलमानों के लिए आध्यात्मिकता और आत्म-सुधार का समय है.

 

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