भारतीय शेयर बाजार में क्यों गिरावट आ रही है?

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 07-04-2025
Why is Indian stock market crashing?
Why is Indian stock market crashing?

 

मुंबई
 
सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी बिकवाली देखने को मिली, क्योंकि अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापार युद्ध ने वैश्विक वित्तीय बाजारों में हलचल मचा दी.
 
सेंसेक्स में करीब 3,000 अंकों की गिरावट आई और निफ्टी 22,000 के महत्वपूर्ण स्तर से नीचे चला गया, जिससे निवेशकों की लाखों करोड़ की संपत्ति डूब गई.
 
दोपहर के समय सेंसेक्स 2,979 अंकों या 3.95 प्रतिशत की गिरावट के साथ 72,385.4 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 976.1 अंकों या 4.26 प्रतिशत की गिरावट के साथ 21,928.3 पर आ गया.
 
सोमवार की गिरावट के पीछे मुख्य कारण दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार संघर्ष का तीव्र होना था.
 
अमेरिका द्वारा टैरिफ में व्यापक वृद्धि की घोषणा के बाद, चीन ने कई अमेरिकी उत्पादों पर जवाबी शुल्क लगाकर जवाबी हमला किया.
 
इस कदम से व्यापार युद्ध के लंबे समय तक चलने की आशंका बढ़ गई है, जो वैश्विक आर्थिक विकास को पटरी से उतार सकता है और विनिर्माण और आपूर्ति श्रृंखलाओं को बाधित कर सकता है.
 
दुनिया भर के निवेशक इस बात से चिंतित हैं कि व्यापार तनाव वैश्विक मांग को धीमा कर देगा, व्यवसायों के लिए लागत बढ़ाएगा और कॉर्पोरेट मुनाफे को कम कर देगा.
 
वैश्विक मंदी के डर ने निवेशकों को और डरा दिया है.
 
अनिश्चितता ने इक्विटी बाजारों में भारी बिकवाली को बढ़ावा दिया है, जिसका सबसे ज्यादा असर एशिया पर पड़ा है.
 
जापान का निक्केई 7 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 5 प्रतिशत और हांगकांग का हैंग सेंग 10.5 प्रतिशत से अधिक गिर गया.
 
भारत में भी नकारात्मक भावना फैल गई, जहां बीएसई पर सभी 13 क्षेत्रीय सूचकांक लाल निशान में कारोबार कर रहे थे.
 
निफ्टी मेटल इंडेक्स में 8 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि निफ्टी आईटी में अमेरिका में जोखिम को लेकर चिंताओं के बीच 7 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई.
 
ऑटो, रियल्टी और तेल और गैस क्षेत्रों में भी 5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखी गई. व्यापक बाजार में बिकवाली अधिक गंभीर रही, जहां मिड-कैप और स्मॉल-कैप सूचकांकों में क्रमशः 7.3 प्रतिशत और 10 प्रतिशत की गिरावट आई.
 
सेंसेक्स में सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वाले शेयरों में टाटा स्टील शामिल है, जो करीब 10 प्रतिशत नीचे है, इसके बाद टाटा मोटर्स, इंफोसिस, एलएंडटी और टेक महिंद्रा हैं, जिनमें से प्रत्येक में 6 प्रतिशत से 8 प्रतिशत तक की गिरावट आई.