सुपरहिट भोजपुरी गानों के पीछे छुपा एक गुमनाम हीरो: जाहिद अख्तर

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 13-10-2025
An unsung hero hidden behind superhit Bhojpuri songs: Zahid Akhtar
An unsung hero hidden behind superhit Bhojpuri songs: Zahid Akhtar

 

नौशाद अख्तर / पटना

जब भी किसी गीतकार की सफलता की बात होती है, तो हम तुरंत जावेद अख्तर, मजरूह सुल्तानीपुरी, गुलज़ार या इरशाद कामिल जैसे दिग्गजों के नाम लेते हैं.लेकिन, अगर बात भोजपुरी सिनेमा की हो, तो एक ऐसा नाम है जिसके गाने जिस भी फिल्म में आ जाते हैं, उसकी सफलता तय मानी जाती है.यह अतिचर्चित गीतकार हैं— जाहिद अख्तर.

sभोजपुरी फ़िल्मों के 'सलमान खान' कहे जाने वाले सुपरस्टार पवन सिंह स्वयं जाहिद अख्तर के गीतों के इतने दीवाने हैं कि उन्हें जब भी सार्वजनिक मंच पर मौका मिलता है, वह जाहिद अख्तर और उनके लिखे गानों की तारीफ़ किए बिना नहीं रह पाते.भोजपुरी फ़िल्मों के सबसे चर्चित और विश्व प्रसिद्ध गानों में से एक, 'लॉलीपॉप लागेलू', जाहिद अख्तर की कलम का ही कमाल है.यह गाना सिर्फ एक रीजनल हिट नहीं, बल्कि भोजपुरी का इंटरनेशनल एंथम बन चुका है.

हालांकि, भोजपुरी फ़िल्मों और उनके गानों पर लंबे समय से अश्लीलता फैलाने के गंभीर आरोप लगते रहे हैं.विशेष तौर से पिछले एक दशक के कई गानों में दोअर्थी बोलों का चलन बढ़ा है, इसमें कोई संदेह नहीं.इस पर गीतकार जाहिद अख्तर अपनी राय स्पष्ट करते हुए कहते हैं, "वह गाने मार्केट और फ़िल्म की कहानी की मांग के अनुसार लिखते हैं.इसमें क्या अश्लील है और दर्शक क्या चाहते हैं, यह फ़िल्म के हिट और फ्लाप के बाद ही पता चलता है।." यानी, वह अपनी रचनाओं को पूरी तरह से व्यावसायिक ज़रूरत और दर्शकों की मांग के आईने में देखते हैं.

भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह को उनकी फ़िल्मों के साथ-साथ उनके ज़बरदस्त गानों के लिए भी जाना जाता है.उनके एक गाने, 'लॉलीपॉप लागेलू', ने तो उन्हें देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी धमाल मचा दिया.इस गाने ने पवन सिंह को रातोंरात स्टार बना दिया और देशभर में उन्हें पहचान मिली.

लेकिन पवन सिंह को मिली इस बेशुमार शोहरत के पीछे जो नाम कहीं गुम सा हो गया, वह है इस गाने के राइटर जाहिद अख्तर का.जाहिद अख्तर आज बेशक भोजपुरी के सबसे लोकप्रिय और सफल गीतकारों में से एक हैं, लेकिन 'लॉलीपॉप लागेलू' जैसा विश्व प्रसिद्ध गीत लिखने के बावजूद भी उन्हें पवन सिंह जैसी व्यापक शोहरत हासिल नहीं हो सकी, और उनका नाम व्यापक दर्शकों के बीच कम ही लोक परिचित है.

cहाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान, जाहिद अख्तर ने पवन सिंह के साथ अपने रिश्ते और मौजूदा दूरी पर खुलकर बात की.उन्होंने बताया कि काफी समय से उनकी और पवन सिंह की बातचीत नहीं हुई है, जिससे वह थोड़े आहत भी नज़र आए.जाहिद ने पवन सिंह की तारीफ करते हुए कहा, "पवन जी बहुत अच्छे आदमी हैं.

जब भी उनसे कोई मिलता है तो वह बहुत उत्साह के साथ मुलाकात करते हैं.सभी को वह बहुत सम्मान देते हैं." हालांकि, उन्होंने आगे दुख ज़ाहिर करते हुए कहा, "वह अब काफी ज्यादा व्यस्त हो चुके हैं इस वजह से उनसे बात ही नहीं हो पाती है.पवन जी मुझे अब याद ही नहीं करते."

उन्होंने आगे अपनी रचनात्मक पीड़ा व्यक्त करते हुए बताया कि दर्शक चाहते हैं कि उनके लिए कुछ न कुछ नया आता रहे, लेकिन पवन सिंह याद नहीं करते, इसलिए वह कुछ नया लिख नहीं पाते.जाहिद ने यह भी बताया कि आखिरी बार दोनों ने फ़िल्म 'क्रैक फाइटर' में साल 2019में काम किया था, जिसके गाने उन्होंने ही लिखे थे और जिन्हें दर्शकों ने बहुत पसंद किया था.

"लॉलीपॉप लागेलू" (Lolly Pop Lageli) भोजपुरी संगीत में उन चुनिंदा गानों में से एक है जो अपनी मधुर धुन और मज़ेदार बोलों की वजह से हर दिल में जगह बना लेते हैं.भोजपुरी के सुपरस्टार पवन सिंह की जोशीली आवाज़ में गाया गया यह गाना पहली बार 2007में रिलीज़ हुआ था.बाद में, 2015 में वेव म्यूजिक ने इसे यूट्यूब पर दोबारा रिलीज़ किया, जिसके बाद इसकी लोकप्रियता ने नई ऊँचाइयों को छू लिया.आज यह गाना भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया भर की पार्टियों और समारोहों में बजता है, जो इसे सचमुच भोजपुरी का इंटरनेशनल गीत बनाता है.

इस गाने की सफलता में गायक पवन सिंह, गीतकार जाहिद अख्तर, और संगीतकार विनय विनायक का महत्वपूर्ण योगदान रहा.वीडियो को अमर ने डायरेक्ट किया, और वेव म्यूजिक ने इसे बाजार तक पहुँचाया, जबकि लोकधुन ने डिजिटल मैनेजमेंट की ज़िम्मेदारी संभाली, जिसके कारण यह गाना ऑनलाइन इतना वायरल हुआ.

'लॉलीपॉप लागेलू' की कहानी 2007से शुरू होती है, जब यह गाना ऑडियो कैसेट के दौर में रिलीज़ हुआ.उस समय भोजपुरी संगीत ज्यादातर स्थानीय स्तर पर सुना जाता था, लेकिन इस गाने ने अपनी धुन और बोलों से लोगों का दिल जीत लिया.बाज़ार में कैसेट्स की बिक्री तेज़ी से हुई, और यह गाना हर गली-नुक्कड़ पर बजने लगा.

 

जाहिद अख्तर ने भोजपुरी में गीत लिखने की शुरुआत साल 1998 से की थी.उनका सबसे पहला एल्बम भक्ति सॉन्ग पर आधारित था, जिसका नाम 'हे माँ' था.हालांकि, 2007में लिखा उनका गीत 'लॉलीपॉप लागेलू' अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सफल हुआ.

जाहिद अख्तर की पवन सिंह से मुलाकात साल 2006 में टी सीरीज के स्टूडियो में हुई थी.यहीं पर पवन सिंह के चाचा अजीत सिंह ने दोनों को साथ काम करने के लिए प्रेरित किया.जाहिद ने 'लॉलीपॉप लागेलू' से पहले पवन सिंह के साथ दो-तीन एल्बम में काम कर चुके थे.पवन सिंह के लिए उन्होंने पहला गाना लिखा 'माई डोली चढ़ चललू सेवक घरवां', जो कि काफी हिट हुआ। इसके बाद 2007 में 'लॉलीपॉप' लिखा गया, जिसने इतिहास रच दिया.

जाहिद अख्तर की खासियत यह है कि वे साधारण शब्दों में गहरी बात कह जाते हैं, जो जनता के साथ सीधे जुड़ जाती है.उन्होंने पवन सिंह के लिए 20फ़िल्मों में गाने लिखे हैं और साथ ही निरहुआ और खेसारी जैसे अन्य सुपरस्टार्स के लिए भी कई हिट गाने दिए हैं.पवन सिंह और जाहिद अख्तर की जोड़ी ने "माई डोली चढ़ी चालाली", "आरा के होठलालि लगवालु", "भतार वाला माजा" और "ढिबरी में रहुए ना तेल" जैसे कई सुपरहिट गाने दिए हैं.

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साथी भोजपुरी कलाकारों के साथ दाहिने से अंत मं जाहिद

"लॉलीपॉप लागेलू" की लोकप्रियता का दायरा बहुत बड़ा है.यह गाना बिहार और उत्तर प्रदेश से निकलकर देश-विदेश तक पहुँचा.विदेशों में बसे भारतीय इसे अपने समारोहों में बजाते हैं.इसकी धुन और बोल इतने आकर्षक हैं कि यह भाषा की सीमाओं को पार कर हर किसी को पसंद आता है, जिसने भोजपुरी संगीत को एक नई पहचान दी और इसे युवाओं के बीच लोकप्रिय बनाया.इस गाने के कई वर्जन यू-ट्यूब पर देखे जा सकते हैं, और इसे सिद्धार्थ सलेथिया, एक अफ्रीकन सिंगर और नेहा कक्कड़ जैसी हस्तियों ने भी गाया है.

हालांकि, यह एक विडंबना है कि इतना सफल गीत लिखने वाले जाहिद अख्तर को कम ही लोग जानते हैं.यहाँ तक कि Google या YouTube सर्च में भी उनका नाम प्रमुखता से नहीं आता। यह भोजपुरी इंडस्ट्री के एक ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्ति की कहानी है, जिसकी कला ने एक सुपरस्टार को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दी, लेकिन वह स्वयं प्रसिद्धि की चकाचौंध से दूर है.

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पवन सिंह के साथ जाहिद अख्तर

आज, जाहिद अख्तर की कलम से और बड़ी सफलताओं की उम्मीद की जा रही है.भोजपुरी संगीत प्रेमियों की यही कामना है कि जाहिद अख्तर और पवन सिंह की यह सुपरहिट जोड़ी अपने 'स्वाभिमान' को पीछे छोड़कर फिर से एक साथ आए और 'लॉलीपॉप' से भी बड़ा कोई अंतर्राष्ट्रीय कीर्तिमान स्थापित करे.जाहिद अख्तर उस गुमनाम प्रतिभा का प्रतीक हैं जिसे सही पहचान मिलने का इंतज़ार है.