वीसी नजमा अख्तर ने उठाया जामिया मिल्लिया में यूनानी मेडिकल कॉलेज की स्थापित का बीड़ा
आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
प्रोफेसर नजमा अख्तर ने यूनान की जड़ों को और मजबूत करने के लिए जामिया मिल्लिया इस्लामिया में यूनानी मेडिकल कॉलेज की स्थापना का बीड़ा उठाया है.मेडिकल कॉलेज पर प्रकाश डालते हुए नजमा अख्तर ने कहा कि कॉलेज की स्थापना आसान नहीं, लेकिन जब इरादे मजबूत हों और लोग उनके साथ हों तो कोई भी सपना हकीकत में बदला जा सकता है. उन्होंने कहा कि कॉलेज में यूनानी विशेषज्ञों और अनुभवी डॉक्टरों को मार्गदर्शन के लिए बुलाया जाएगा ताकि जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनानी के क्षेत्र में इतिहास रच सके.
ऑल इंडिया यूनानी मेडिकल कांग्रेस (एआईयूटीसी) की ओर से प्रो. नजमा अख्तर (वाइस-चांसलर, जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली) ने नेहरू गेस्ट हाउस में एक शानदार कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसकी अध्यक्षता पद्मश्री प्रो. अख्तर उस वासे और पत्रकार मुहम्मद ने की.
एआईयूटीसी की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इस कार्यक्रम की भावना प्रसिद्ध हकीम डॉ सैयद अहमद खान थे, जो यूनानी के प्रचार के लिए सबसे आगे हैं. यह कॉलेज ओखला के मुजीब बाग में तैयार किया जा रहा है. हालांकि जल्द ही इसकी औपचारिक शुरुआत कर दी जाएगी.
इस मौके पर प्रो. आरिफ जैदी ने नजमा अख्तर के कदम की तारीफ करते हुए कहा कि इलाज का यूनानी तरीका भले ही सालों पुराना है, लेकिन लोगों के बीच इसकी लोकप्रियता पहले से ज्यादा बढ़ी है.उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि यदि हम वर्तमान आवश्यकताओं के अनुसार यूनानी चलाएंगे तो यूनानी के प्रचार-प्रसार में विश्वविद्यालय महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.
डॉ. एस फारूक ने कुलपति नजमा अख्तर को नए कुलपति सैयद ना मुफजल सैफुद्दीन के चुनाव और जामिया विश्वविद्यालय में मेडिकल और आयुर्वेदिक कॉलेज खोलने पर बधाई दी.इस अवसर पर प्रो अख्तर उल वासे ने कहा कि कुछ वर्षों से यूनानी और आयुर्वेदिक पाठ्यक्रम अलग-अलग प्रस्तुत किए जा रहे थे, लेकिन मुजाहिद आजादी मसीह-उल-मुल्क हकीम अजमल खान ने करोल बाग में न केवल ग्रीक कॉलेज की स्थापना की, बल्कि उन्होंने यूनानी और आयुर्वेदिक कॉलेज स्थापित किया.
उन्होंने कहा कि प्रो. नजमा अख्तर के अथक प्रयास से जामिया में यूनानी मेडिकल कॉलेज बनाया जाएगा. प्रोफेसर इदरीस ने कहा कि हम शुरू से ही यूनिवर्सिटी में यूनानी कॉलेज बनाने की मांग करते रहे हैं और आज हमारा सपना पूरा होने जा रहा है. डॉ. सैयद अहमद खान ने आभार व्यक्त किया.