मोहम्मद सलमान बनेंगे मेवात के पहले बैरिस्टर

Story by  यूनुस अल्वी | Published by  [email protected] | Date 07-07-2022
मोहम्मद सलमान बनेंगे मेवात के पहले बैरिस्टर, यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल लंकाशायर से कर रहे पढ़ाई
मोहम्मद सलमान बनेंगे मेवात के पहले बैरिस्टर, यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल लंकाशायर से कर रहे पढ़ाई

 

यूनुस अल्वी / नूंह (हरियाणा)

नीति आयोग के पिछड़े जिलों की सूची में शामिल हरियाणा के नूंह जिले के मोहम्मद सलमान जल्द ही बैरिस्टर बनने वाले हैं. वह मेवात के पहले बैरिस्टर होंगे.शिक्षा के मामले में हरियाणा के इस पिछड़े जिले की तस्वीर तेजी से बदल रही है.

पहले नूंह जिला ड्रॉप आउट के मामले में हरियाणा में काफी बदनाम था. मगर अब यहां के लोग अपनी नई नस्ल को आला दर्जे की शिक्षा दिलाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं. कुछ दिनों पहले इस जिले के करीब दो दर्जन युवा मेडिकल की पढ़ाई के लिए विदेश गए थे.

अब नूंह जिले के छोटे से गांव बीबीपुर के सरकारी स्कूल के अध्यापक का बेटा मोहम्मद सलमान खान इंग्लैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल लंकाशायर से बैरिस्टर बनेगा.गर्मी की छुट्टियां बिताने आए सलमान खान के अपने पैतृक गांव बीबीपुर पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया.

इस मौके पर राष्ट्रीय  स्तर के पहलवान नासिर हुसैन, चौधरी जावेद अहमद, वकील अहमद ने उनका जोरदार स्वागत किया.मोहम्मद सलमान खान के पिता अब्दुल मजीद ने बताया कि उनके पांच पुत्र और पांच बेटियां हैं.

बड़ा बेटा मोहम्मद सरफराज किशनगढ़ अजमेर में मेवात गोल्डन ट्रांसपोर्ट कंपनी चलाता है. वह खुद सरकारी स्कूल में पढ़ाते हैं. अभी तक मेवात का कोई भी व्यक्ति बैरिस्टर नहीं बना है. उनके बेटे मोहम्मद सलमान खान की तमन्ना थी बैरिस्टर बनने की.

उनका कहना है कि बेरिस्टर की मुकम्मल पढ़ाई पर करीब सवा करोड. रुपये का खर्च आता है, जो सब के लिए संभव नहीं.मोहम्मद सलमान खान ने बताया कि उन्होंने 78 फीसदी अंक लेकर सरकारी स्कूल अडबर से शिक्षा प्राप्त की है.

मुकम्मल बेरिस्टर की पढ़ाई के लिए इंग्लैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल लंकाशायर इंग्लैंड से पहले एलएलबी की. उसके बाद 9महीने का लीगल प्रेक्टिस कोर्स किया. फिर एलएलएम . इसके बाद 6 महीने तक अदालत में प्रैक्टिस के उपरांत बैरिस्टर की डिग्री मिलेगी. जल्द ही यह समय पूरा होने वाला है.

हम्मद सलमान खान ने कहा कि बैरिस्टर की पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली की सुप्रिम कोर्ट में प्रैक्टिस करने का इरादा है. वह कोर्ट में गरीब, बेसहारा लोगों की मुफ्त में पैरवी करेगा.

उनका कहना है कि मेवात पिछड़ा इलाका है. यहां के लोग गरीबी की वजह से सुप्रीम कोर्ट में अच्छे वकील की फीस नहीं दे पाते . वह ऐसे मेवातियों की मदद करेंगे और बहुत कम फीस में उनकी कोर्ट में वकालत करेंगे.

उन्होंने बताया कि जनवरी 2021में यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल लंकाशायर के स्कूल ऑफ जस्टिस में दाखिला लिया था. वह समर ब्रेक की छुट्टियां बिताने के लिए अपने गांव बीबीपुर आए हैं. उनके गांव और इलाके के प्रमुख लोगों द्वारा जिस तरह उसका स्वागत किया है, उससे उनका हौंसला बढ़ा है.

गांव पहुंचने पर मोहम्मद सलमान खान के प्रिंसिपल विजय अरोड़ा, इंटरनेशनल पहलवान नासिर उटावड, संजय गर्ग उर्फ बिट्टू सेठ, मदरसा मील खेड़ला के हजरत मौलाना राशिद, सोहना के चौधरी जावेद अहमद ने कहा कि सलमान पूरी मेवात की अमानत हैं. जो काम यहां कोई नहीं कर सका उसे सलमान ने कर दिखाया. वह मेवात के पहले बैरिस्टर बनेंगे.