उर्दू छात्रों को उच्‍चतर शिक्षा में मौका दे रहा है मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी

Story by  शाहनवाज़ आलम | Published by  [email protected] | Date 23-08-2021
 मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी
मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी

 

शाहनवाज आलम/  नई दिल्‍ली

उर्दू जबान में उच्‍चतर शिक्षा हासिल करने का बेहतरीन मौका मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी दे रहा है.इस यूनिवर्सिटी के हैदराबाद कैंपस समेत लखनऊ स्थित सैटेलाइट कैंपस में चल रहे विभिन्न कोर्सेज में दाखिले के लिए विद्यार्थी 30 सितंबर तक आवेदन कर सकते है.

उर्दू जबान में हासिल कर चुके विद्यार्थियों को यहां खास रियायत दी जाएगी.छात्रों के लिए यहां दूसरे विश्‍वविद्यालय की तरह ही आधुनिक सुविधाएं मिलेगी.यहां दाखिले के लिए कैंडिडेट इसकी वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते है.

सेटेलाइट कैंपस लखनऊ के इंचार्ज डॉ. अब्दुल कुद्दूस ने बताया कि मौलाना आजाद नेशनल यूनिवर्सिटी की स्थापना भारत सरकार ने 1998 में केंद्रीय कानून के तहत की थी.आज यह देश में एक मात्र उर्दू जबान में पढ़ाई करने वाली उच्‍चतर शिक्षण संस्थान है.

मगर ऐसा नहीं है कि यहां केवल उर्दू की पढ़ाई कराई जाती है.यहां तकनीकी और गैर तकनीकी दोनों विषयों की पढ़ाई होती है.उर्दू के साथ अंग्रेजी जबान में भी शिक्षण की व्यवस्था है.

उन्‍होंने बताया कि 2009 में शुरू हुए लखनऊ कैंपस में ग्रेजुएट लेवल पर बीए उर्दू, अरबी, फारसी, अंग्रेजी, राजनीति शास्‍त्र, इतिहास और इस्लामिक स्टडीज की पढ़ाई कराई जाती है, जबकि एमए और पीएचडी की सुविधा उर्दू, अरबी, फारसी और अंग्रेजी विषय में मौजूद है.बता दें कि लखनऊ सैटेलाइट कैंपस आधुनिक सुविधाओं से लबरेज है.इस वाई-फाई कैंपस में आले दर्जे की लाइब्रेरी है.

आमतौर पर उर्दू जबान में तालीम हासिल करने वाले छात्रों को उच्‍चतर शिक्षा लेने में दिक्कत आती है और करियर में कई तरह की दिक्‍कतों को सामना करना पड़ता है.इसे ध्‍यान में रखते हुए भारत सरकार ने इस विश्‍वविद्यालय की नींव रखी थी.आज 220 मदरसों से पढ़ाई कर चुके विद्यार्थी यहां अलग-अलग कोर्स में दाखिला लेकर पढ़ाई कर रहे है.