आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली
जामिया मिलिया इस्लामिया (JMI) के यूनिवर्सिटी कल्चरल कमिटी, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर (DSW) के कार्यालय ने Medanta Foundation के सहयोग से राष्ट्रीय अभियान ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान’ के तहत स्तन स्वास्थ्य जागरूकता और आत्म-स्तन परीक्षा (Self-Breast Examination, SBE) पर एक इंटरैक्टिव कार्यशाला का सफल आयोजन किया। कार्यशाला का शीर्षक था “आओ जानो सीखो”, जिसका उद्देश्य युवा महिलाओं को स्तन कैंसर की शुरुआती पहचान के लिए आवश्यक जानकारी और व्यावहारिक कौशल से सशक्त बनाना था।
कार्यशाला में GLOBOCAN 2022 की रिपोर्ट का हवाला दिया गया, जिसमें भारत में लगभग 192,000 नए स्तन कैंसर के मामले दर्ज किए गए थे, और आयु-मानकित घटना दर 100,000 महिलाओं पर 26.6 बताई गई थी। इससे यह स्पष्ट हुआ कि जागरूकता, समय पर पहचान और रोकथाम स्वास्थ्य प्रथाओं की आवश्यकता कितनी महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम का आयोजन प्रो. नीलोफर अफज़ल, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर के मार्गदर्शन में हुआ। उद्घाटन सत्र में प्रो. नीलोफर ने सामूहिक भागीदारी और रोकथाम आधारित स्वास्थ्य संस्कृति के महत्व पर प्रकाश डाला। इसके बाद Ms. कौसर किदवई, CSR हेड और AVP, Medanta Group, और डॉ. नीती यादव, सीनियर मेडिकल ऑफिसर, ब्रेस्ट और ओंको-सर्जरी का सम्मान किया गया।
Medanta Foundation की टीम ने इंटरैक्टिव सत्रों का संचालन किया और स्तन स्वास्थ्य, समय पर निदान, और रोकथाम के महत्व पर महत्वपूर्ण जानकारी दी। खास आकर्षण था Self-Breast Examination का डेमोंस्ट्रेशन मेडिकल सिमुलेटर का उपयोग करके, जिसमें प्रतिभागियों ने व्यावहारिक अभ्यास किया और स्तन में संभावित असामान्यताओं की पहचान में आत्मविश्वास प्राप्त किया।
कार्यशाला दो सत्रों में आयोजित की गई — प्रातः 10:00 बजे और दोपहर 2:00 बजे, जिसमें 250 से अधिक महिला छात्राएं और स्टाफ ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। हर सत्र का समापन सवाल-जवाब सत्र के साथ हुआ, जिससे प्रतिभागियों ने विशेषज्ञों से अपने संदेह दूर किए।
कार्यक्रम का समापन प्रतिभागियों द्वारा मासिक आत्म-स्तन परीक्षा करने, अपने मित्रों और परिवार को जागरूक करने और शुरुआती पहचान के महत्व को फैलाने की सामूहिक प्रतिज्ञा के साथ हुआ। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अदीला परवीन, असिस्टेंट डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर ने किया, जिन्होंने Medanta Foundation की टीम, विशिष्ट अतिथियों और प्रतिभागियों को इस कार्यशाला की सफलता के लिए धन्यवाद दिया।
इस पहल के माध्यम से JMI ने रोकथाम स्वास्थ्य, सामाजिक कलंक तोड़ने और समुदायों को स्वस्थ भविष्य की दिशा में सशक्त बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।