पटना
गैंडों के संरक्षण के क्षेत्र में पटना का संजय गांधी जैविक उद्यान अब अमेरिका के सैन डिएगो चिड़ियाघर के बाद विश्व का दूसरा सबसे बड़ा गैंडा संरक्षण केंद्र बनकर उभरा है। यह जानकारी पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग (DEFCC) के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने दी।
विश्व गैंडा दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में आनंद किशोर ने कहा, “गैंडे हमारी प्राकृतिक विरासत का अहम हिस्सा हैं। इनके संरक्षण और सुरक्षा के लिए यह केंद्र अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। हमारी कोशिश है कि इन्हें सुरक्षित वातावरण में संरक्षित किया जाए और इनकी संख्या बढ़ाई जाए।”
DEFCC के अनुसार, संजय गांधी जैविक उद्यान में कुल 34 गैंडे रखे गए हैं, जिनमें से 25 का जन्म चिड़ियाघर में ही हुआ। यह आंकड़ा इस बात का प्रतीक है कि पटना का गैंडा संरक्षण केंद्र न केवल गैंडों की सुरक्षा कर रहा है, बल्कि उनकी प्रजनन दर और प्रजाति संरक्षण के लिए भी प्रभावशाली साबित हो रहा है।
जैविक उद्यान में रखे गए गैंडों की देखभाल और संरक्षण में आधुनिक वैज्ञानिक विधियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस केंद्र में गैंडों के स्वास्थ्य, आहार और प्रजनन पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
आनंद किशोर ने कहा कि भविष्य में इस केंद्र को और विकसित करने की योजना है, ताकि यह गैंडों के संरक्षण, अध्ययन और शोध के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप एक आदर्श केंद्र बन सके। उन्होंने सभी पर्यावरण प्रेमियों और विद्यार्थियों से भी अपील की कि वे गैंडों के संरक्षण में सहयोग दें और जागरूकता फैलाएँ।
पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान का यह कदम गैंडों की प्रजातियों के संरक्षण और भारत की प्राकृतिक धरोहर की सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रहा है।