अमेरिकी सांसदों ने बांग्लादेश में अवामी लीग पर पूर्ण प्रतिबंध को लेकर जताई चिंता

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 24-12-2025
US lawmakers have expressed concern over a potential complete ban on the Awami League in Bangladesh.
US lawmakers have expressed concern over a potential complete ban on the Awami League in Bangladesh.

 

अमेरिकी सांसदों के एक समूह ने बांग्लादेश में आगामी आम चुनावों से पहले पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग की गतिविधियों पर लगाए गए पूर्ण प्रतिबंध को लेकर गंभीर चिंता जताई है। सांसदों का कहना है कि इस तरह का कदम लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर कर सकता है और बांग्लादेश के लोगों के स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव के अधिकार पर असर डाल सकता है।

न्यूयॉर्क और वाशिंगटन से जारी बयान के अनुसार, अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की विदेश मामलों की समिति के रैंकिंग सदस्य ग्रेगरी मीक्स, दक्षिण एवं मध्य एशिया उपसमिति के अध्यक्ष बिल हुइजेंगा, उपसमिति की रैंकिंग सदस्य सिडनी कैमलेगर-डोव और सांसद जूली जॉनसन ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस को एक पत्र लिखा है। इस पत्र पर सांसद टॉम सुओज्जी के भी हस्ताक्षर हैं।

पत्र में सांसदों ने कहा कि फरवरी में प्रस्तावित चुनावों से पहले किसी प्रमुख राजनीतिक दल की सभी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाना चिंता का विषय है। उन्होंने जोर दिया कि अंतरिम सरकार की जिम्मेदारी है कि वह सभी राजनीतिक दलों के साथ मिलकर ऐसे हालात बनाए, जिनमें स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव संभव हो सकें। सांसदों के अनुसार, चुनावी प्रक्रिया के जरिए ही जनता अपनी आवाज मतपेटी के माध्यम से व्यक्त कर सकती है और लोकतांत्रिक संस्थाओं में जनता का भरोसा बहाल हो सकता है।

अमेरिकी सांसदों ने यह भी कहा कि बांग्लादेश में ऐसे सुधार किए जाने चाहिए, जिससे सरकारी संस्थानों की निष्पक्षता और विश्वसनीयता मजबूत हो। उनका मानना है कि राजनीतिक समावेशन और प्रतिस्पर्धा लोकतंत्र की बुनियाद है, और किसी दल को पूरी तरह बाहर करना इस सिद्धांत के विपरीत है।

पत्र में आशा व्यक्त की गई है कि मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार या भविष्य में चुनी जाने वाली सरकार अवामी लीग की गतिविधियों को निलंबित करने के फैसले पर पुनर्विचार करेगी। उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश सरकार ने हाल ही में संशोधित आतंकवाद-रोधी कानून के तहत अवामी लीग की सभी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह कदम अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद उठाया गया, जिसे लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।