दुबई
यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के नियंत्रण वाले रास ईसा तेल बंदरगाह पर अमेरिका द्वारा किए गए हवाई हमलों में 20 लोगों की मौत हो गई और 50 अन्य घायल हो गए.यह जानकारी शुक्रवार को हूती विद्रोहियों ने दी.
अमेरिकी सेना की ‘सेंट्रल कमांड’ ने भी इन हमलों की पुष्टि की है.यह हमला अमेरिका द्वारा 15 मार्च से शुरू किए गए उस सैन्य अभियान का हिस्सा है, जो हूती विद्रोहियों के खिलाफ चलाया जा रहा है.यह अब तक के अभियान में सबसे ज्यादा जानलेवा हमला बताया जा रहा है.
हूती विद्रोहियों के प्रचार चैनल ने हमले के बाद का वीडियो फुटेज जारी किया है, जिसमें घटनास्थल पर शव और क्षतिग्रस्त ढांचे नजर आ रहे हैं.‘सेंट्रल कमांड’ ने एक बयान में कहा कि यह हमला हूती विद्रोहियों के लिए ईंधन के स्रोत को समाप्त करने और अवैध राजस्व पर रोक लगाने के मकसद से किया गया था.
यह वही राजस्व है जिससे हूती बीते एक दशक से क्षेत्र में अस्थिरता फैलाने की कोशिश करते रहे हैं.बयान में यह भी कहा गया कि "हमारा उद्देश्य यमन की आम जनता को नुकसान पहुंचाना नहीं था.यमनी लोग हूती शासन से मुक्ति चाहते हैं और शांति से जीना चाहते हैं."हालांकि अमेरिकी सेना ने हताहतों की संख्या को लेकर कोई आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया है.