रूस से ‘नो कम्प्रोमाइज’ के बाद यूक्रेन–अमेरिका वार्ता फिर शुरू, ज़ेलेंस्की बोले—सम्मानजनक शांति असली सुरक्षा

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 05-12-2025
Ukraine-US talks resume after 'no compromise' from Russia, Zelensky says - 'Dignified peace is real security'
Ukraine-US talks resume after 'no compromise' from Russia, Zelensky says - 'Dignified peace is real security'

 

कीव

यूक्रेन और अमेरिका की वार्ता टीम शुक्रवार को बातचीत जारी रखेगी, क्योंकि लगभग पाँच घंटे चली यूक्रेन–रूस वार्ता किसी समझौते पर नहीं पहुँच सकी। यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व राष्ट्रीय सुरक्षा सचिव रुस्तम उमेरोव और जनरल स्टाफ प्रमुख आंद्रिय हनातोव कर रहे हैं, जबकि अमेरिकी टीम का नेतृत्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ़ कर रहे हैं।

ज़ेलेंस्की: “हमें जानना होगा कि मॉस्को में क्या बातचीत हुई”

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने X पर लिखा कि कीव की प्राथमिकता यह जानना है कि मॉस्को में हालिया बैठकों में क्या कहा गया और रूस कौन-से नए बहाने बनाकर युद्ध को लंबा खींचना चाहता है।

उन्होंने कहा—
“यूक्रेनी प्रतिनिधि आज अमेरिका में राष्ट्रपति ट्रम्प की टीम से चर्चा जारी रखेंगे। हमारा लक्ष्य मॉस्को की वार्ता का पूरा सच जानना है और यह समझना कि पुतिन अब युद्ध खींचने के लिए कौन-सी दलीलें दे रहे हैं।”

ज़ेलेंस्की ने यह भी स्पष्ट किया कि यूक्रेन हर संभावित परिस्थिति के लिए तैयार है और सम्मानजनक एवं टिकाऊ शांति के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ रचनात्मक ढंग से काम करता रहेगा।
उनके शब्दों में—
“सम्मानजनक शांति ही असली सुरक्षा देती है।”

पुतिन–अमेरिका वार्ता बेनतीजा, रूस ने रुख नहीं बदला

वार्ता उस समय आगे बढ़ाई जा रही है जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी विशेष दूत विटकॉफ़ के साथ पाँच घंटे तक चर्चा की, लेकिन क्रेमलिन सलाहकार यूरी उशाकोव के अनुसार क्षेत्रीय मुद्दों पर “कोई समझौता संभव नहीं” हुआ।

पुतिन ने कहा कि यूक्रेन की सुरक्षा, रूस की सुरक्षा कीमत पर नहीं आ सकती।
उन्होंने Aaj India Today को दिए इंटरव्यू में कहा कि NATO विस्तार, यूक्रेन नेतृत्व और अमेरिका की भूमिका जैसे मुद्दों पर रूस की चिंताओं को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।

ज़ेलेंस्की के नेतृत्व पर पुतिन का हमला

पुतिन ने आरोप लगाया कि ज़ेलेंस्की ने सत्ता में आते समय शांति का वादा किया था, लेकिन अब “कट्टरपंथी राष्ट्रवादियों” के एजेंडा को आगे बढ़ा रहे हैं।
उन्होंने दावा किया—
“यह सरकार एक प्रकार के नव–नाज़ी शासन की तरह व्यवहार कर रही है। चरम राष्ट्रवाद और नव–नाज़ीवाद में कोई बड़ा अंतर नहीं है।”

पुतिन ने कहा कि रूस बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन किसी भी ऐसी शर्त को स्वीकार नहीं करेगा जो उसकी सुरक्षा को कमजोर करे।

NATO को लेकर रूस की पुरानी मांग दोहराई

पुतिन ने कहा,“यूक्रेन अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने का हकदार है, लेकिन यह रूस की सुरक्षा की कीमत पर नहीं होना चाहिए। हमें वही प्रतिबद्धताएँ चाहिए जो 1990 के दशक में दी गई थीं—NATO का पूर्व की ओर विस्तार नहीं होगा।”उन्होंने याद दिलाया कि यूक्रेन की स्वतंत्रता घोषणा में देश को तटस्थ राज्य के रूप में परिभाषित किया गया था।

यूक्रेनी शांति प्रस्ताव पर भी रूस ने सवाल उठाए

28-बिंदु शांति प्रस्ताव के बारे में पूछे जाने पर पुतिन ने कहा कि यूक्रेन ने उसे “चार पैकेजों” में नए रूप में पेश किया है, लेकिन मूल रूप से यह वही पुराना प्रस्ताव है, जिसमें रूस की सुरक्षा चिंताओं को महत्व नहीं दिया गया है।