वॉशिंगटन
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओवल ऑफिस में आंखें बंद किए हुए तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए हैं। इन तस्वीरों के सामने आने के बाद ट्रंप के विरोधियों ने उन पर कार्यक्रम के दौरान सो जाने का आरोप लगाया। हालांकि, व्हाइट हाउस ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि “राष्ट्रपति सोए नहीं थे, बल्कि पूरे समय बोल रहे थे और पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे।”
घटना का विवरण
अमेरिकी मीडिया चैनल सीएनएन के मुताबिक, यह घटना गुरुवार को हुई जब ट्रंप ओवल ऑफिस में ‘रेज़ोल्यूट डेस्क’ पर बैठकर एक लोकप्रिय वजन घटाने वाली दवा की कीमत घटाने की घोषणा कर रहे थे। कार्यक्रम में प्रशासन के अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
वायरल वीडियो में ट्रंप को कभी आंखें बंद करते हुए, कभी उन्हें खुला रखने की कोशिश करते हुए और कभी अपने हाथों से आंखें मलते हुए देखा गया। यही वजह थी कि सोशल मीडिया पर #SleepyDon टैग के साथ यह क्लिप खूब शेयर की गई।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ और व्हाइट हाउस का जवाब
कैलिफ़ोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूसम के प्रेस कार्यालय ने भी यह तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “सोता हुआ डॉन वापस आ गया है।”इस पर व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव टेलर रोजर्स ने सीएनएन से बातचीत में प्रतिक्रिया दी,“राष्ट्रपति ट्रंप सोए नहीं थे। उन्होंने पूरे कार्यक्रम में भाषण दिया और पत्रकारों के कई सवालों का जवाब भी दिया। इस दौरान उन्होंने दो दवाओं की कीमत में ऐतिहासिक कटौती की घोषणा की, जो मधुमेह, हृदय रोग और मोटापे से पीड़ित लोगों के लिए बड़ी राहत है। दुर्भाग्य से, असफल उदारवादी मीडिया इस सकारात्मक खबर पर ध्यान देने के बजाय नकारात्मकता फैला रहा है।”
रोजर्स ने आगे कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप नियमित रूप से सार्वजनिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं और लंबे समय तक मीडिया से संवाद करते हैं। प्रशासन के अन्य अधिकारियों ने भी उनकी कार्यक्षमता और ऊर्जा की सराहना की, यह बताते हुए कि वे दिन के किसी भी समय कॉल या मैसेज का जवाब देते हैं।
थकान और स्वास्थ्य को लेकर चर्चा
सीएनएन की रिपोर्ट में बताया गया कि इस घटना से एक दिन पहले ट्रंप ने मियामी में आर्थिक मुद्दों पर एक घंटे से अधिक लंबा भाषण दिया था। इससे पहले वे तीन एशियाई देशों की यात्रा से लौटे थे, जिससे थकान संभव है।
हालांकि, 79 वर्षीय ट्रंप के स्वास्थ्य को लेकर पहले भी सवाल उठते रहे हैं। पिछले महीने उन्होंने बताया था कि उन्होंने वाल्टर रीड मिलिट्री मेडिकल सेंटर में एमआरआई जांच करवाई थी, लेकिन इसका कारण स्पष्ट नहीं किया था।
व्हाइट हाउस ने पहले जानकारी दी थी कि ट्रंप को क्रोनिक शिरापरक अपर्याप्तता (chronic venous insufficiency) की समस्या है, जिसमें पैरों की नसों के वाल्व ठीक से काम न करने के कारण रक्त जमा हो जाता है।
इतिहास में ऐसा पहले भी हुआ
यह पहली बार नहीं है जब किसी अमेरिकी राष्ट्रपति की थकान को लेकर सवाल उठे हों। बराक ओबामा सहित कई नेताओं को लंबी कॉन्फ्रेंस के दौरान थकान से आंखें मलते या झपकी लेते देखा गया था।दिलचस्प बात यह है कि चुनाव अभियान के दौरान ट्रंप ने अपने प्रतिद्वंदी जो बाइडेन को “स्लीपी जो” कहकर चिढ़ाया था — और अब वही आरोप खुद उन पर लग रहे हैं।






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