वॉशिंगटन
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को व्हाइट हाउस में खाड़ी देशों के दो प्रमुख नेताओं से मुलाकात की, ऐसे समय में जब इजराइल और सीरिया के बीच बढ़ती हिंसा ने मध्य पूर्व में शांति बहाल करने के उनके वादे पर संदेह गहरा दिया है।
ट्रम्प ने ओवल ऑफिस में बहरीन के क्राउन प्रिंस सलमान बिन हमद अल खलीफा से मुलाकात की और शाम को कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी के साथ निजी रात्रिभोज किया।
रिपब्लिकन राष्ट्रपति ट्रम्प खाड़ी क्षेत्र को खास महत्व देते रहे हैं, जहां उनके परिवार के व्यापक कारोबारी रिश्ते हैं। अपने दूसरे कार्यकाल की पहली विदेश यात्रा में वे पहले ही सऊदी अरब, कतर और संयुक्त अरब अमीरात जा चुके हैं।
गाजा युद्ध सहित क्षेत्रीय समस्याओं पर प्रगति की कमी के बावजूद ट्रम्प ने बुधवार को आर्थिक विकास को बढ़ावा देने वाले कूटनीतिक संबंधों पर जोर दिया। ओवल ऑफिस में बहरीन के क्राउन प्रिंस से मुलाकात के दौरान ट्रम्प ने कहा, “जो कुछ भी उन्हें चाहिए था, हमने दिया। और जो हमें चाहिए था, उन्होंने दिया।”
बहरीन लंबे समय से अमेरिका का करीबी सहयोगी रहा है और यहां अमेरिका का पांचवां बेड़ा (US Fifth Fleet) तैनात है। अल खलीफा ने अमेरिका के साथ निवेश को लेकर उत्साह जताते हुए कहा, “हम 17 अरब डॉलर के निवेश की बात कर रहे हैं। यह असली पैसा है, कोई झूठा सौदा नहीं।”
व्हाइट हाउस के अनुसार, इन समझौतों में अमेरिकी हवाई जहाज, जेट इंजन और कंप्यूटर सर्वर की खरीद शामिल है। भविष्य में एल्युमिनियम उत्पादन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में निवेश की संभावना भी है।
बुधवार को दोनों देशों के बीच नागरिक परमाणु ऊर्जा सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर भी हुए। बहरीन के राजा (क्राउन प्रिंस के पिता) के इस साल के अंत तक वॉशिंगटन आने की उम्मीद है।
कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने भी व्हाइट हाउस में ट्रम्प के साथ निजी डिनर किया। ट्रम्प अपनी पिछली खाड़ी यात्रा के दौरान कतर गए थे और अल उदेइद एयर बेस का दौरा किया था, जो अमेरिका का एक अहम सैन्य अड्डा है। हाल ही में यह अड्डा ईरान के मिसाइल हमले का निशाना बना था, जब अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर बमबारी की थी।
खबरों के मुताबिक, ट्रम्प कतर द्वारा उपहार में दी गई एक लग्जरी बोइंग 747 को एयर फ़ोर्स वन के रूप में इस्तेमाल करना चाहते हैं क्योंकि बोइंग से नए विमानों की डिलीवरी में देरी हो रही है। हालांकि, इस कदम ने सुरक्षा और विदेशी सरकार से उपहार स्वीकार करने की नैतिकता को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पूर्व अमेरिकी अधिकारी एरन डेविड मिलर ने कहा, “खाड़ी वह सब कुछ दर्शाता है जिसे ट्रम्प मध्य पूर्व के बारे में सही मानते हैं—यह समृद्ध है, स्थिर है और यहां के शासकों के साथ राष्ट्रपति बहुत सहज महसूस करते हैं।”
इस बीच सीरिया में हिंसा की शुरुआत दक्षिणी इलाके में सुन्नी बेडौइन जनजातियों और दरोज़ गुटों के बीच झड़पों से हुई थी। सरकारी बलों के हस्तक्षेप के बाद हालात और बिगड़ गए, जिससे इजराइल में चिंता बढ़ी। दरोज़ समुदाय वहां का प्रभावशाली धार्मिक अल्पसंख्यक है।
बुधवार को इजराइल ने दमिश्क पर हवाई हमले किए। हालांकि बाद में संघर्षविराम की घोषणा हुई, लेकिन उसके टिकने पर संदेह है।
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बहरीन क्राउन प्रिंस के साथ बैठक के दौरान कहा कि यह लड़ाई “दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति और गलतफहमी” का नतीजा है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि हालात जल्द ही सामान्य होंगे और सीरिया अपने पुनर्निर्माण की दिशा में लौट सकेगा।
गाजा में इजराइल के कड़े सैन्य अभियानों को लेकर अंतरराष्ट्रीय आलोचना के बावजूद उसने क्षेत्र में हिज्बुल्लाह और ईरान जैसे दुश्मनों को कमजोर किया है।
मध्य पूर्व मामलों के विशेषज्ञ ब्रायन कैटुलिस ने चेतावनी दी, “इजराइल की मौजूदा रणनीति ने क्षेत्र में अप्रत्याशितता बढ़ा दी है। साथ ही, ईरान के परमाणु कार्यक्रम और उसकी क्षेत्रीय गतिविधियों से निपटने के लिए अब तक कोई ठोस योजना नहीं है।”