बुसान (दक्षिण कोरिया)
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग गुरुवार को दक्षिण कोरिया के बुसान में आमने-सामने मुलाकात कर रहे हैं। यह बैठक दोनों देशों के बीच चल रहे शुल्क विवाद को कम करने और द्विपक्षीय आर्थिक तनाव को नियंत्रित करने के लिए अहम मानी जा रही है।
व्हाइट हाउस में अपने दूसरे कार्यकाल के बाद ट्रंप ने चीन से आयातित वस्तुओं पर आक्रामक शुल्क लगाए थे, जिसके जवाब में चीन ने दुर्लभ धातुओं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया था। इस बढ़ते आर्थिक तनाव को देखते हुए यह बैठक बेहद जरूरी हो गई है। दोनों पक्ष इस बात से सहमत हैं कि वैश्विक अर्थव्यवस्था को अस्थिर करना किसी के हित में नहीं होगा, क्योंकि इसका असर उनके अपने देशों की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा।
बैठक से पहले अमेरिकी अधिकारियों ने संकेत दिया कि ट्रंप चीन पर आयातित वस्तुओं पर 100 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने की धमकी पर फिलहाल अमल नहीं करेंगे। वहीं, चीन ने दुर्लभ धातुओं के निर्यात नियंत्रण में ढील देने और अमेरिका से सोयाबीन खरीदने की इच्छा जताई है।
दक्षिण कोरिया जाते समय ‘एयर फोर्स वन’ में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि वे फेंटानिल उत्पादन से जुड़े शुल्क में कमी पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “मुझे उम्मीद है कि हम उस दर को घटाएंगे क्योंकि मुझे विश्वास है कि चीन फेंटानिल की समस्या से निपटने में हमारी मदद करेगा। हमारे रिश्ते चीन के साथ बहुत अच्छे हैं।”
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर भी लिखा कि यह बैठक “जी2” होगी, यानी अमेरिका और चीन की वैश्विक अर्थव्यवस्था में शीर्ष दो शक्तियों के बीच। जैसे जी7 और जी20 औद्योगिक देशों के समूह होते हैं।
इस बैठक का आयोजन किसी आलीशान स्थल पर नहीं, बल्कि बुसान अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास स्थित एक सैन्य अड्डे में किया गया है। बुसान ग्योंगजू से लगभग 76 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है, जो एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) शिखर सम्मेलन का मुख्य स्थल है।
ट्रंप का हेलिकॉप्टर स्थानीय समयानुसार सुबह 10:20 बजे पहुंचा, जबकि 10 मिनट बाद एयर चाइना का विमान भी वहां उतरा। बैठक तीन से चार घंटे तक चलेगी, जिसके बाद ट्रंप वाशिंगटन लौट जाएंगे। बैठक की रूपरेखा तय करने के लिए दोनों देशों के अधिकारी इस हफ्ते की शुरुआत में कुआलालंपुर में भी मिले थे।