राकेश चौरासिया/नई दिल्ली
अफगानिस्तान में करोड़ों रुपए के लड़ाकू विमान अब खिलौने बन गए हैं. तालिबान लड़ाकों ने इन फाइटर जेट्स के पंखों पर झूला डाल लिए हैं और सावन-भादों में झौंके खा रहे हैं.
वरिष्ठ पत्रकार आदित्य राज कौल ने एक वीडियो साझा करते हुए व्यंग्य किया है, “ तालिबानी पूर्व अफगान वायु सेना के विमानों का अच्छा उपयोग कर रहे हैं.”
वीडिया में दिख रहा है तालिबानों ने एक विमान के पंखों पर रस्सी बांधी हुई है और झूले के पट्टे पर एक तालिबानी बैठा हुआ है. आस-पास खड़े कुछ और तालिबान उसे झोंका दे रहे हैं.
अमेरिका ने अरबों डॉलर के विमान अफगान वायुसेना को दिए थे. 20साल तक अफगानिस्तान में रहने के बाद जब अमेरिकी सैनिक अफगान धरती छोड़ रहे थे, तब भी अरबों डॉलर के विमान, वाहन और अन्य सैन्य सामग्री अपने पीछे छोड़ गए हैं.
तालिबान का कहना है कि जो युद्धक और सैन्य सामग्री अमेरिका छोड़ गया है, उसे बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया गया है. इसलिए वे किसी काम के नहीं रह गए हैं.
विशेषज्ञों की आशंकाएं सच साबित होने लगी हैं कि अमेरिकी सैन्य सामग्री क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती है और हथियारों की होड़ शुरू हो सकती है.
सूत्रों ने बताया कि हाल ही में पाकिस्तान के इंजीनियारों की एक टीम ने इन विमानों और साजो-सामान का निरीक्षण और लिस्टिंग की है.
सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान के पास कई अमेरिकी विमान हैं और अब पाकिस्तान की आतंकी पृष्ठभूमि के मद्देनजर अमेरिका कलपुर्जों की आपूर्ति नहीं कर रहा है. इसलिए पाकिस्तानी इंजीनियर अफगानिस्तान में छूट गए विमानों से अपने काम लायक पुर्जे खोज रहे हैं.
विशेषज्ञों को यह भी आशंका है कि पाकिस्तान और चीन इस युद्धक सामग्री की ‘रिवर्स इंजीनियरिंग’ भी कर सकते हैं.
Taliban terrorists making good use of the erstwhile Afghan Airforce aircraft. pic.twitter.com/g9ZpFOq4lF
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) September 9, 2021