अलीगढ़
अपने अल्मा मेटर के साथ आजीवन जुड़ाव और भावनात्मक रिश्ते को दोहराते हुए Aligarh Muslim University (एएमयू) के कनाडा स्थित पूर्व छात्रों के प्रतिनिधिमंडल ने विश्वविद्यालय का दौरा किया और कुलपति प्रो. नईमा खातून से शिष्टाचार भेंट की। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व इंजीनियर सैयद फ़ैसल पी., अध्यक्ष, एएमयू एलुमनी एसोसिएशन ऑफ़ कनाडा (AAC) ने किया, जबकि उनके साथ नैला सईद, सचिव, फेडरेशन ऑफ़ अलीगढ़ एलुमनी एसोसिएशन्स (FAAA) भी मौजूद रहीं।
कुलपति कार्यालय में हुई इस मुलाकात के दौरान सौहार्दपूर्ण माहौल में एएमयू की शैक्षणिक प्रगति, अंतरराष्ट्रीय सहभागिता और वैश्विक स्तर पर पूर्व छात्रों की भूमिका पर विस्तृत चर्चा हुई। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने अपने छात्र जीवन की स्मृतियों को साझा करते हुए कक्षा शिक्षण, हॉस्टल जीवन और उस आपसी भाईचारे को याद किया, जिसने उनके व्यक्तित्व को गढ़ा और उनके पेशेवर सफर की दिशा तय की।
इंजीनियर सैयद फ़ैसल और नैला सईद ने विशेष रूप से कनाडा समेत विभिन्न देशों में कार्यरत एएमयू स्नातकों की उपलब्धियों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि एएमयू के पूर्व छात्र न केवल अपने-अपने देशों में तकनीकी नवाचार, सामुदायिक नेतृत्व और पेशेवर उत्कृष्टता का परिचय दे रहे हैं, बल्कि वे भारत और एएमयू—दोनों के मूल्यों के वैश्विक राजदूत के रूप में भी अपनी भूमिका निभा रहे हैं। विविध संस्कृतियों के बीच सामंजस्य और बहुसांस्कृतिक सद्भाव को बढ़ावा देने में अलिग समुदाय का योगदान उल्लेखनीय है।
कुलपति प्रो. नईमा खातून ने वैश्विक एलुमनी नेटवर्क की सराहना करते हुए कहा कि एएमयू के पूर्व छात्र विश्वविद्यालय की सबसे बड़ी शक्ति हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि विश्वविद्यालय अकादमिक सहयोग, अनुसंधान साझेदारी और पूर्व छात्रों के साथ संवाद को और मजबूत करने के लिए निरंतर प्रयासरत है, ताकि एएमयू की अंतरराष्ट्रीय पहचान और प्रभाव को नई ऊंचाइयों तक ले जाया जा सके।
यह मुलाकात न केवल अतीत की यादों का पुनर्स्मरण थी, बल्कि भविष्य में एएमयू और उसके वैश्विक एलुमनी समुदाय के बीच सहयोग को और सुदृढ़ करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम भी मानी जा रही है।






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