लॉस एंजिलिस
युद्ध क्षेत्रों से साहसिक और निष्पक्ष रिपोर्टिंग के लिए दुनिया भर में पहचाने जाने वाले वरिष्ठ पत्रकार और पुलित्जर पुरस्कार विजेता पीटर अर्नेट का निधन हो गया है। वे 91 वर्ष के थे। अर्नेट ने बुधवार को कैलिफोर्निया के न्यूपोर्ट बीच में अंतिम सांस ली। उनके अंतिम समय में परिवार के सदस्य और करीबी मित्र उनके साथ मौजूद थे।
पीटर अर्नेट के बेटे एंड्रयू अर्नेट ने उनके निधन की पुष्टि करते हुए बताया कि वे लंबे समय से प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित थे। स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद उन्हें शनिवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।
पीटर अर्नेट को युद्ध पत्रकारिता के क्षेत्र में एक अग्रणी नाम माना जाता है। उन्होंने अपने करियर के दौरान कई खतरनाक युद्ध क्षेत्रों में जान जोखिम में डालकर रिपोर्टिंग की और युद्ध की भयावह सच्चाइयों को दुनिया के सामने रखा। वर्ष 1966 में उन्होंने वियतनाम युद्ध की रिपोर्टिंग के लिए समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस (AP) के साथ काम करते हुए अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टिंग श्रेणी में प्रतिष्ठित पुलित्जर पुरस्कार हासिल किया था।
वर्ष 1962 से 1975 के बीच वियतनाम युद्ध की उनकी गहन और निर्भीक रिपोर्टिंग ने उन्हें पत्रकारिता जगत में विशेष पहचान दिलाई। उनकी रिपोर्टें न केवल युद्ध की रणनीति और घटनाओं पर केंद्रित थीं, बल्कि आम नागरिकों पर पड़ने वाले प्रभाव को भी उजागर करती थीं।
हालांकि, पीटर अर्नेट को वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक प्रसिद्धि 1991 के पहले खाड़ी युद्ध के दौरान मिली, जब उन्होंने अमेरिकी समाचार चैनल सीएनएन के लिए युद्ध क्षेत्र से लाइव रिपोर्टिंग की। बगदाद से की गई उनकी लाइव रिपोर्टिंग ने टेलीविजन पत्रकारिता की दिशा ही बदल दी और युद्ध कवरेज को एक नया स्वरूप दिया।
पीटर अर्नेट के निधन से अंतरराष्ट्रीय पत्रकारिता जगत ने एक ऐसे रिपोर्टर को खो दिया है, जिसने साहस, सच्चाई और पेशेवर ईमानदारी के साथ युद्ध की भयावहता को दुनिया तक पहुँचाया।