ढाका
बांग्लादेश के चटगांव शहर में गुरुवार देर रात भारतीय सहायक उच्चायोग के बाहर प्रदर्शनकारियों ने धरना दिया। यह प्रदर्शन इंक़िलाब मंच के संयोजक शरीफ उस्मान बिन हादी की मौत की खबर सामने आने के बाद किया गया। स्थानीय मीडिया बीडी न्यूज़ के अनुसार, प्रदर्शनकारी रात करीब 11 बजे बंदरगाह शहर के खुलशी इलाके में स्थित भारतीय सहायक उच्चायोग के कार्यालय के सामने एकत्र हुए।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। बीडी न्यूज़ के मुताबिक, प्रदर्शन शुरू होने के कुछ ही देर बाद एक अन्य समूह ने भी एक साथ गेट नंबर-2 के पास जमा होकर नारेबाजी शुरू कर दी। धरना देने वालों ने हादी की हत्या के विरोध में नारे लगाए, जिनमें अवामी लीग विरोधी और भारत विरोधी नारे भी शामिल बताए गए।
खुलशी थाना प्रभारी शाहीन आलम ने बीडी न्यूज़ को बताया कि उच्चायोग के बाहर जमा लोगों को वहां से हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए इलाके में पुलिस बल तैनात किया गया है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए निगरानी जारी है।
गौरतलब है कि शरीफ उस्मान बिन हादी जुलाई आंदोलन और अवामी लीग पर प्रतिबंध की मांग को लेकर चले आंदोलन के दौरान प्रमुखता से उभरे थे। उन्होंने आगामी संसदीय चुनाव में ढाका-8 सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा की थी।
हादी पर पिछले शुक्रवार को बिजयनगर में चुनाव प्रचार के दौरान हमला हुआ था। मोटरसाइकिल पर सवार एक हमलावर ने चलती रिक्शा में बैठे हादी को गोली मार दी थी, जो उनके सिर में लगी। गंभीर रूप से घायल हादी को पहले ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी सर्जरी की गई। बाद में उन्हें राजधानी के एवरकेयर अस्पताल में स्थानांतरित किया गया और सोमवार को बेहतर इलाज के लिए एयर एंबुलेंस से सिंगापुर भेजा गया।
न्यूरोसर्जन अब्दुल अहद, जिन्होंने ढाका में हादी की सर्जरी में हिस्सा लिया था, ने गुरुवार रात एक वीडियो संदेश में बताया कि सिंगापुर जनरल अस्पताल ने हादी के निधन की पुष्टि की है। इंक़िलाब मंच ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर जारी बयान में हादी को आंदोलन का ‘शहीद’ बताया।






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